सौरव गांगुली अब इंडियन प्रीमियर लीग में पुणे वारियर्स के कप्तान नहीं रहेंगे और केवल टीम के सलाहकार की भूमिका निभाएंगे.
इसके साथ ही लगातार खराब परिणाम के बाद रन बनाने के लिये जूझ रहे गांगुली को लेकर अटकलबाजी भी समाप्त हो गयी. पुणे वारियर्स के मालिक सुब्रत राय ने गांगुली की भविष्य की भूमिका के बारे में बताया.
उन्होंने कहा कि यह दिग्गज बल्लेबाज केवल सलाहकार की भूमिका निभाना चाहता है.
राय ने कहा, ‘सौरव अगले सत्र में सलाहकार की भूमिका निभाएंगे. असल में हमने उन्हें आईपीएल पांच में खेलने के लिये मजबूर किया था क्योंकि वह बेहतरीन कप्तान हैं.'
वारियर्स पहले ही प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो गया है और राय ने कहा कि गांगुली युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिये टीम के अंतिम तीन मैच से बाहर रह सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘सौरव अंतिम मैचों में युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं.’
गांगुली ने भी कहा कि वह युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं कप्तान नहीं बनना चाहता था लेकिन मुझे ऐसा करने के लिये कहा गया. अब मैं युवाओं को मौका देना चाहता हूं.’
युवराज सिंह के अस्वस्थ होने के कारण गांगुली को पुणे का कप्तान नियुक्त किया गया था. अच्छी शुरुआत के बाद गांगुली का बल्लेबाज और कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा.
राय ने हालांकि बायें हाथ के इस बल्लेबाज का बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘गांगुली बेहतरीन कप्तान है. हमारी टीम के पास अच्छे भारतीय खिलाड़ियों की कमी है.’
इससे पहले टीम सूत्रों ने कहा कि प्रबंधन चाहता है कि बाकी तीन मैचों में अपने भविष्य को लेकर गांगुली खुद फैसला ले.
आईपीएल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘यदि गांगुली कप्तानी छोड़ने और बाकी तीन मैचों में बाहर रहने का फैसला लेते हैं तो प्रबंधन सहर्ष तैयार होगा. आम धारणा यह है कि जब टीम गांगुली के रहते हार गई तो नये खिलाड़ियों के साथ इससे बदतर नतीजा नहीं हो सकता.
ऐसी संभावना है कि गांगुली के नहीं खेलने पर माइकल क्लार्क या स्टीव स्मिथ को कप्तानी सौंपी जा सकती है.