इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम पुणे वारियर्स इंडिया के बल्लेबाज मोहनीश मिश्रा ने मंगलवार को कबूल किया कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान उन्होंने बयान दिया था लेकिन उन्होंने यह बयान यूं ही दिया था ताकि उनकी मांग बढ़े.
पुणे वारियर्स टीम ने भी मोहनीश मिश्रा को तत्काल प्रभाव से टीम से बाहर कर दिया है. मिश्रा सहित पांच खिलाड़ियों का नाम स्पॉट फिक्सिंग में आने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सभी पांचों खिलाड़ियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पुणे वारियर्स के सुशांतो रॉय ने विज्ञप्ति जारी कर कहा, 'हम उनके गैरजिम्मेदाराना व्यवहार की कड़ी निंदा करते हैं और जांच पूरी होने तक उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हैं. वह आईपीएल में अब नहीं खेलेंगे.'
उन्होंने कहा, 'हम इस सिलसिले में बीसीसीआई की ओर से उठाए गए कदम की सराहना करते हैं. मिश्रा को निलंबित किए जाने के फैसले का हम स्वागत करते हैं.'
वारियर्स की ओर से मिश्रा का वह पत्र भी जारी किया गया जिसमें उन्होंने स्वीकार किया है कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग के संबंध में बयान दिया था.
मिश्रा ने कहा, 'मेरी वजह से सहारा को जो परेशानी हुई इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं. मुझे सहारा से कोई नकद राशि नहीं मिली है.'
सहारा की ओर से कहा गया, 'मिश्रा ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी है.'
रॉय ने लगे हाथ उन खबरों का भी खंडन किया जिनमें कहा गया था कि पुणे वारियर्स ने बीसीसीआई की ओर से किसी खिलाड़ी के लिए तय राशि से अधिक पैसा उसे नकदी के रूप में दिया गया.
उन्होंने कहा, 'मैं फिर से इस बात का खंडन करना चाहता हूं कि सहारा ने कभी भी मोहनीश मिश्रा या किसी अन्य खिलाड़ी को बीसीसीआई की ओर से तय की गई सीमा से अधिक पैसे दिए हैं. और न ही काला धन देने में हम विश्वास करते हैं.'