क्रिकेट का विश्व कप जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू अब नयी ऊंचाईयों पर होगी. यानी अब उन्हें विभिन्न उत्पादों के प्रचार प्रसार के लिए अधिक राशि की पेशकश की जाएगी.
इस जीत से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ साथ युवराज सिंह और अपेक्षाकृत नये खिलाड़ी विराट कोहली, सुरेश रैना को अच्छा खासा लाभ तत्काल होने का अनुमान है. सचिन तेंदुलकर तो इस लिहाज से पहले ही बहुत मजबूत है लेकिन विश्व कप में जीत उनकी ब्रांड वैल्यू को नये सिरे से चमक देगी.
खेल प्रबंधन कंपनी पीएमजी के मुख्य परिचालन अधिकारी मलराय डीसूजा ने कहा, टीम इंडिया की ब्रांड वैल्यू कई गुणा बढेगी. अनेक ब्रांड तथा कंपनियां क्रिकेटरों को खुद से जोड़ना चाहेंगी. इस जीत का लाभ केवल बड़े खिलाड़ियों को नहीं होगा बल्कि अन्य युवा खिलाड़ी भी फायदे में रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस जीत के बाद खिलाडियों के प्रचार प्रसार शुल्क में 20 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है. इसके अलावा उनसे अपने उत्पादों का प्रचार प्रसार करवाने वाली कंपनियों की संख्या भी बढेगी.
रहिती स्पोर्ट्स प्रबंधन के प्रवर्तक अरूण पांडे ने कहा- इस जीत का एक सकारात्मक असर यह होगा कि अन्य खिलाड़ियों को भी मौका मिलेगा और बाजार में उनकी ब्रांड वैल्यू बनेगी. यह कंपनी धोनी के ब्रांड का प्रबंधन करती हैं.{mospagebreak}
पांडे ने कहा कि धोनी पहले ही लगभग 23 ब्रांड से जुड़े हैं और लेकिन विश्व कप जीत के बाद हम इस संख्या को नयी उंचाई पर ले जाएंगे.
उद्योग सूत्रों का कहना है कि धोनी की ब्रांड वैल्यू फिलहाल दस करोड़ रुपये प्रति वर्ष प्रति ब्रांड है.
पीएमजी वीरेंद्र सहवाग के ब्रांड प्रबंधन का काम भी देखती है. डीसूजा ने बताया कि दो और कंपनियों से बातचीत चल रही है.
सहवाग फिलहाल दर्जन भर ब्रांडों का प्रचार करते हैं और उनकी ब्रांड वैल्यू अनुमानित 1.75 करोड़ रु से 2.25 करोड़ रु प्रति वर्ष प्रति ब्रांड है.
फिएट इंडिया अपने पुंटो ब्रांड के लिए युवराज सिंह को फिर से लेने पर विचार कर रही है. फिएट इंडिया के अध्यक्ष राजीव कपूर ने कहा कि कंपनी इस बारे में विचार करेगी.