ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने उम्मीद जताई है कि 26 दिसंबर से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला में भी मेजबान टीम के लिये वह आतंक का पर्याय बने रहेंगे.
लक्ष्मण ने कहा, ‘मैने हमेशा ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करने का सपना देखा है. यहां बेहतरीन मैदान है. मुझे उम्मीद है कि यहां शतक बनाकर टीम की जीत में मददगार साबित होउंगा. यदि ऑस्ट्रेलिया के लिये यह बुरा सपना है तो मैं उम्मीद करूंगा कि यह बना रहे.’
सचिन तेंदुलकर के बाद लक्ष्मण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं. उन्होंने कोलकाता में 2001 में 281 रन की पारी खेली थी और एडीलेड में 2004 में 148 रन बनाये थे. भारत ने विकट परिस्थिति से निकलकर दोनों मैच जीते.
लक्ष्मण ने 25 मैचों में 55.59 की औसत से 2279 रन बनाये हैं जिसमें छह शतक शामिल हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचें भारतीय बल्लेबाजों के लिये मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं. लक्ष्मण का मानना है कि बल्लेबाजी के लिये ये आदर्श पिचें हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचें सर्वश्रेष्ठ हैं. उपमहाद्वीप की पिचों से भी अच्छी. नयी गेंद को खेलने के बाद स्ट्रोक्स खेलने में आसानी होती है.’
लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया में 11 टेस्ट में 1081 रन बनाये हैं. भारतीय टीम के लिये ऑस्ट्रेलिया में श्रृंखला जीतने का यह सबसे सुनहरा मौका है. लक्ष्मण ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को हराना हर क्रिकेटर का सपना होता है. यहां सबसे कठिन चुनौती मिलती है. निश्चित तौर पर यह हमारा सपना है.’ उन्होंने कहा, ‘हमें ऑस्ट्रेलिया में अपने प्रदर्शन पर गर्व है. टीम आत्मविश्वास से ओतप्रोत है.’
लक्ष्मण ने कहा कि भारत के लिये सलामी बल्लेबाजों का फार्म अहम होगा जिनसे अच्छी शुरूआत की उम्मीद रहेगी. उन्होंने कहा, ‘पहली पारी में बड़ा स्कोर जरूरी है जिससे विरोधी टीम दबाव में आ जाती है. हम इसमें अच्छा नहीं कर पाये हैं लेकिन अब बल्लेबाजों से बड़ी पारियों की उम्मीद रहेगी.’
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में हार की टीस अभी भी बरकरार है लेकिन उन्हें गर्व है कि टीम ने इसका बदला जल्दी ही चुकता कर लिया. उन्होंने कहा, ‘वह हार भुलाने में हमें समय लगा. लेकिन हमें खुशी है कि इंग्लैंड को घरेलू श्रृंखला में हमने 5.0 से हराया और फिर वेस्टइंडीज से भी जीते. हमने मजबूती से वापसी की.’