अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तान के रूप में अपनी प्रतिभा साबित कर चुके महेला जयवर्धने को वीरेंद्र सहवाग ‘स्वाभाविक कप्तान’ लगते हैं जिन्होंने मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए बेहतरीन काम किया है.
जयवर्धने ने कहा, ‘वीरू ने शानदार काम किया है. टूर्नामेंट के दौरान मैंने चंद लम्हों में उसे बेहतरीन फैसले करते हुए देखा है और इससे हमें काफी फायदा हुआ है. वह स्वाभाविक कप्तान है. टी20 क्रिकेट में आपको तेजी से फैसले करने होते हैं और इसके लिए चतुर दिमाग का होना जरूरी है.’
जयवर्धने के मुताबिक कप्तानी मुश्किल काम नहीं है बशर्ते अपने अपना ‘होमवर्क’ सही तरह किया हो.
श्रीलंका के कप्तान ने कहा, ‘टीम की कप्तानी करना भले ही जटिल लगता हो लेकिन जब आप अपना होमवर्क कर लेते हो तो यह मुश्किल काम नहीं है. लेकिन आपने अगर अच्छी तैयारी नहीं की है तो मैदान पर आपके पास कम विकल्प होते हैं और आप परेशानी हो सकती है.’
उन्होंने कहा, ‘डेयरडेविल्स टीम में हमारी कुछ बहुत अच्छी टीम बैठक होती है जिसमें हम सहायक स्टाफ के साथ मिलकर अन्य टीमों के मजबूत और कमजोर पक्षों का आकलन करते हैं. केविन पीटरसन की बड़ी भूमिका और मोर्ने मोर्कल तथा नदीम की भी.’
जयवर्धने ने कहा कि सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करना यादगार अनुभव रहा. उन्होंने कहा, ‘जब आप दिलशान या सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करते हो तो उन्हें मैच पर नियंत्रण बनाना पसंद हैं. वे ऐसे खिलाड़ी हैं जो अच्छी गेंद को भी बाउंड्री तक पहुंचा सकते हैं और दूसरे छोर पर मेरा काम स्ट्राइक रोटेट करते हए उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाना होता है. जब वीरू पूरी लय में होता है तो आप सिर्फ ओवरों के बीच में कुछ चुटकुले सुना सकते हो और संभवत: विरोधी की टीम गेंदबाजी का आकलन कर सकते हो.’
भारत के युवा खिलाड़ियों में जयवर्धने सबसे अधिक अजिंक्य रहाणे से प्रभावित है. उन्होंने कहा, ‘अजिंक्य में विशेष प्रतिभा है. उसके पास सही तकनीक है जो उसके शानदार स्ट्रोक के लिए जरूरी है.’