चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यहां पहले क्वालीफायर में बैंगलोर को हराकर टी-20 फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद कहा कि उन्हें इस जीत का शत प्रतिशत भरोसा नहीं था.
बैंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 175 रन बनाये जिसके जवाब में चेन्नई की टीम ने खराब शुरूआत से उबरते हुए सुरेश रैना की नाबाद 73 रन की पारी की बदौलत छह विकेट से जीत दर्ज की.
धोनी ने मैच के बाद कहा कि यह मुश्किल लक्ष्य था लेकिन हम पहले भी ऐसे हालात का सामना कर चुके हैं और हमें विश्वास था कि हम इस तरह की परिस्थितियों में जीत सकते हैं.
उन्होंने कहा कि हम अपने उपर विश्वास रखते हैं कि हम ऐसा कर सकते हैं लेकिन आप कह सकते हैं कि मुझे शत प्रतिशत भरोसा नहीं था. एक टीम के रूप में हमें पता है कि हम किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.
धोनी ने रैना ने अलावा उनके साथ सिर्फ तीन ओवर में नाबाद 46 रन की साझेदारी करने वाले एल्बी मोर्कल की भी जमकर तारीफ की. मोर्कल ने 10 गेंद में नाबाद 28 रन की पारी खेली.
धोनी ने कहा कि रैना ने बेहतरीन बल्लेबाजी की लेकिन अंतिम ओवरों में मोर्कल की बल्लेबाजी बेजोड़ थी. दूसरी तरफ बेंगलूर के कप्तान डेनियल विटोरी ने कहा कि रैना ने उनसे मैच छीन लिया.
उन्होंने कहा कि हमने अच्छा खेला दिखाया. हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन इसके बाद रैना ने मैच हमारी पकड़ से दूर कर दिया. हम हालांकि थोड़ी बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे.
विटोरी को हालांकि इस बात की राहत है कि इस हार के बावजूद उनकी टीम टूर्नामेंट से बाहर नहीं हुई है और उसे फाइनल में जगह बनाने का एक और मौका मिलेगा.
मैन आफ द मैच रैना ने कहा कि वह 20वें ओवर तक खेलने के लक्ष्य के साथ उतरे थे. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए महत्वपूर्ण मैच था. हमने अपनी रणनीतियों को बखूबी अंजाम तक पहुंचाया. मैं 20वें ओवर तक बल्लेबाजी करना चाहता था और इसमें सफल रहा.