एजेंडा आज तक में पहले दिन के आखिरी दो सेशन तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया और पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान के नाम रहे. कपिल देव के साथ क्रिकेट पर चर्चा करने के बाद इमरान ने राजनीति पर अपना नजरिया और दोनों मुल्कों के संबंधों को लेकर लगातार उठने वाले सवालों के भी जवाब दिए.
जंग से कोई मसला हल नहीं होता
किसी भी हाल में शांति बहाल हो. जंग से कोई मसला हल नहीं होता. पाकिस्तान-हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहिए. मैंने मोदीजी से कहा कि आप बातचीत आगे
बढ़ाइए, कुछ भी हो रुकिए मत. पहली बार किसी प्रधानमंत्री से इतनी सहजता से बात हुई. उनसे बातचीत बहुत पॉजिटिव रही. बातचीत से ही मुद्दे सुलझ सकते हैं.
हिंदुस्तान से संबंध सुधारने पर पाकिस्तान में एक राय
पाकिस्तान में इस बात पर सहमति है कि हिंदुस्तान से संबंध सुधरने चाहिए और बातचीत आगे बढ़ने चाहिए. दूसरी पॉलिटिकल पार्टियों की भी यही राय है. नवाज
शरीफ और आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ की सोच एक जैसी है. नवाज शरीफ को सबको साथ लेकर चलना चाहिए. पाकिस्तान के सामने बड़ा चैलेंज यह है कि
सिविलयन कोर्ट में आतंकवादियों को सजा नहीं मिल रही क्योंकि गवाह सामने नहीं आ रहे. इसलिए हमने आर्मी कोर्ट में इन केसों की सुनवाई के लिए दबाव बनाया.
पाकिस्तान भी कई तरह के आतंकवाद से जूझ रहा है.
मुझे नहीं पता दाऊद का पता
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में मौजूद होने के सवाल पर इमरान ने कहा कि मुझे नहीं पता दाऊद कहां है. अगर मुझे पता होता तो मैं दाऊद का पता बता देता. जो कहूंगा, उससे पीछे नहीं हटूंगा, करके दिखाऊंगा. पाकिस्तान में मुझे तालिबान खान कहा जाने लगा है.