दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि पहले उन्हें लगता था कि नरेंद्र मोदी ईमानदार हैं लेकिन अब उनकी ईमानदारी पर शक होने लगा है.
एजेंडा आजतक में राजदीप सरदेसाई से बातचीत में केजरीवाल ने बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगाए. नोटबंदी के मसले पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने अपने आरोपों के संबंध में जांच कराने की चुनौती दी.
केजरीवाल ने कहा, 'नोटबंदी 8 लाख करोड़ का घोटाला है, यह मैं देशभर की जनता को बताउंगा. मोदी जी के करीबी बिजनेसमैन दोस्तों ने बैंकों के 8 लाख करोड़ डकार लिए हैं. इन लोगों के पैसे माफ करने के लिए नोटबंदी लागू की गई.' कार्यक्रम के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से जब केजरीवाल के इन आरोपों पर राय ली गई तो उन्होंने दिल्ली के सीएम के आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि यह 8 लाख करोड़ का घोटाला कहां हैं, पैसे तो देश की बैंकों में जमा हैं.
इस सवाल पर कि क्या वजह है कि नोटबंदी और नरेंद्र मोदी का नाम सुनते ही आपको गुस्सा क्यों आता है. केजरीवाल ने कहा, 'मुझे गुस्सा नहीं आता. देश की जनता को गुस्सा आता है. नोटबंदी के चलते 84 लोगों की मौत हो चुकी है. 8 नवंबर को पीएम ने नोटबंदी की चार बड़ी वजहें बताई थीं...भ्रष्टाचार, काला धन, आतंक की फंडिंग और नकली नोट बंद होगे. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
केजरीवाल ने कहा, 'नोटबंदी के नाम पर जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है. सबसे ज्यादा नकली नोट बीजेपी के लोगों के पास मिल रहे हैं. कालाबाजारी और भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ है, यह बढ़ा ही है. अगर काला धन और भ्रष्टाचार बंद करना ही था तो दो-चार भ्रष्ट नेताओं को जेल में बंद करने चाहिए थे. रॉबर्ड वाड्रा के खिलाफ अभी तक मोदी सरकार ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया.'
केजरीवाल यही नहीं रुके. उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने अपना ब्लैक मनी ठिकाने लगा लिया. जमीनें खरीद ली. अपने लोगों को पैसे ठिकाने लगाने को कह दिया. फिर आठ तारीख को नोटबंदी का ऐलान कर दिया. अब आम जनता कतारों में खड़ी है. विजय माल्या पर 9000 करोड़ रुपये का लोन था. उन्हें देश से भगा दिया गया. अब कहते हैं कि उन्हें वापस लाने की कोशिश की जा रही है. पिछले हफ्ते माल्या के 12000 करोड़ रुपये के लोन और माफ कर दिए गए. किसानों का लोन माफ होना चाहिए. मिडिल क्लास फैमिली के लोगों के होम लोन और कार लोन माफ कर दिए जाने चाहिए.'
कैशलेस इकोनॉमी और नोटबंदी से थोड़े दिनों की दिक्कत की बात पर केजरीवाल ने कहा, 'आज 30 दिन हो गए. 30 दिनों में कितना काला धन आया. एक महीने में 20 साल पीछे चला गया है. इकोनॉमी गर्त में चली गई है. अब कह दिया गया है कि सोना भी नहीं रखना है. इनकम टैक्स के अफसर हर घर जाकर रेड मारेंगे कि किसके घर कितना सोना रखा है. ये अंबानी, अडानी के घर रेड नहीं मारेंगे.' 50 दिनों की मोहलत पर केजरीवाल ने कहा कि सरकार समझा तो दे कि वो कैसे काला धन लाएगी. 8 नवंबर को कैशलेस इकोनॉमी की बात नहीं थी. कैशलैस इकोनॉमी बनाने के 100 तरीके हैं. लोगों को लाइन में खड़ा करने की क्या जरूरत थी.
केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में 49 दिनों की उनकी सरकार के दौरान भ्रष्टाचार बिल्कुल खत्म हो गया था. उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार ने शीला दीक्षित के खिलाफ तमाम केस दर्ज किए. मोदी सरकार ने वाड्रा के खिलाफ कुछ नहीं किया. नोटबंदी के बहाने मोदी सरकार 1000 के बदले 2000 के नोट लाई.'
'पांच साल केजरीवाल' के नारे की याद दिलाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 'जनता देख रही है कि पिछले डेढ़ साल के भीतर केंद्र सरकार किस तरह दिल्ली सरकार को कोई काम नहीं करने दे रही है. बिजली के रेट कम कराए. पानी मुफ्त कराए. इसके लिए केंद्र सरकार से काफी लड़ाई ली. दिल्ली में 106 मोहल्ला क्लीनिक बने हैं. इनकी दुनियाभर में तारीफ हो रही है. 31 दिसंबर तक 1000 ऐसे क्लीनिक बनाने का लक्ष्य था लेकिन एलजी साहब फाइल पर बैठ गए.'
पंजाब चुनाव में अगर आम आदमी पार्टी जीतती है तो सीएम कौन होगा. इस सवाल पर केजरीवाल ने साफ साफ जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि यह पंजाब की जनता तय करेगी कि उनका सीएम कौन होगा.