साल दर साल स्मार्टफोन पहले से ज्यादा अच्छी और सुरक्षित तकनीक वाले होते जा रहे हैं. यह साल भी कई ऐसे बेहतरीन फीचर्स के लिए याद किया जाएगा और अगर आप 2016 में कोई दमदार स्मार्टफोन खरीदें तो नाम तय करने से पहले ये फीचर्स जरूर देखें.
जानते हैं 2015 में लॉन्च होने वाले ऐसे फीचर्स के बारे में जिनसे स्मार्टफोन ज्यादा पावरफुल और सिक्योर होने के साथ ही कस्टमाइज भी किए जा सकेंगे :
फिंगरप्रिंट स्कैनर:
मोटोरोला ने 2011 में सबसे पहले अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया था, जिसके बाद 2013 में एप्पल ने iPhone 5S में दिया. धीरे धीरे लोगों को यह तकनीक पसंद आई जिसके बाद एचटीसी और सैमसंग ने भी इसे अपने कुछ स्मार्टफोन में देना शुरू किया.
इस साल लगभग सभी मोबाइल कंपनियों ने फिंगरप्रिंट स्कैनर वाले फोन लॉन्च किए. पिछले साल तक फिंगरप्रिंट स्कैनर वाले फोन बाजार में महंगे मिलते थे, पर अब इस फीचर वाले फोन बाजार में 10,000 रुपये में मिल रहे हैं. ज्यादातर कंपनियों ने 2015 के आखिर तक लॉन्च किए गए हाई एंड स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दिए हैं. अगले साल तक यह फीचर लगभग सभी स्मार्टफोन में मिलेगा.
यह फीचर स्मार्टफोन को लॉक अनलॉक करने के लिए बेहतरीन है.
USB Type C:
इस साल OnePlus 2 सहित कई कंपनियों ने अपने हाई एंड स्मार्टफोन में USB Type C दिया. स्टैंडर्ड यूएसबी के मुकाबले इसमें फास्ट डेटा ट्रांस्फर होगा. इसके अलावा यह मोबाइल को जल्दी चार्ज करने में भी मदद करता है. साथ ही यह रिवर्सेबल भी है, यानी आप केबल उल्टा भी लगाएंगे तो भी यह काम करेगा.
कर्व्ड डिस्प्ले:
कर्व्ड डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन सैमसंग Galaxy S6 Edge ने दुनिया भर में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इसके बाद कुछ और कंपनियों ने भी अपने स्मार्टफोन में कर्व्ड डिस्प्ले देना शुरू किया है. हाल ही में लॉन्च हुए ब्लैकबैरी के पहले एंड्रॉयड Priv में भी कर्व्ड स्क्रीन दी गई है. अगले साल तक मिड रेंज स्मार्टफोन में भी कर्व्ड डिस्प्ले मिलने की उम्मीद है.
फास्ट चार्जिंग/क्विक चार्जिंग:
इस साल बाजार में फास्ट चार्जिंग वाले स्मार्टफोन की भी धूम रही. कई कंपनियों ने टर्बो फंक्शन के साथ क्विक चार्जिंग फीचर दिया जिससे मोबाइल स्मार्टफोन को महज 10 मिनट में 50 फीसदी से भी ज्यादा चार्ज किया जा सकता है.
कई मिड रेंज स्मार्टफोन में भी यह फीचर दिया गया है. हालांकि फास्ट चार्जिंग के भी कई वर्जन हैं, जिनमें 8 मिनट से लेकर 1 घंटे तक में स्मार्टफोन को फुल चार्ज करने की सुविधा मिलती है.
4GB रैम:
कुछ साल पहले तक 4GB रैम सिर्फ लैपटॉप और कंप्यूटर में होते थे, पर 2015 में कई स्मार्टफोन बाजार में आए जिनमें 4GB रैम दी गई. कई कंपनियों ने अपने हाई एंड फोन में 4GB रैम दिए तो किसी ने अपने बजट फोन में भी 4GB रैम देकर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश की.
चीनी स्टार्टअप OnePlus ने 25,000 रुपये में 4GB रैम वाला स्मार्टफोन बाजार में उतारा जबकि Asus ने 18,000 रुपये में ही 4GB रैम वाला ZenFone 2 लॉन्च कर दिया. अगले साल तक कई बजट फोन में 4GB रैम मिलेंगे.
Google Now:
एंड्रॉयड के नए वर्जन में 2015 में कई नए फीचर्स ऐड किए गए हैं जिनमें से सबसे ज्यादा खास गूगल नाउ फीचर रहा, जो लोगों के पर्सनल असिस्टेंट की तरह काम करता है.
हाल ही में इसमें ऑफलाइन कंट्रोल जोड़ा गया है जिससे मोबाइल इंटरनेट ना होने पर भी इसे कमांड्स दी जा सकती हैं. इन फीचर्स में कॉल, मैसेज, डिस्प्ले डिम करने से लेकर म्यूजिक प्ले करने जैसी कई ऑफलाइन कमांड्स दी गई हैं.
4G LTE सपोर्ट:
इस साल के मध्य से लेकर अभी तक लगभग सभी मिड रेंज और हाई एंड स्मार्टफोन 4G LTE सपोर्ट दे रहे हैं, जो केबल इंटरनेट से 6 गुना तेज इंटरनेट दे सकता है. देश में फिलहाल कुछ टेलीकॉम कंपनियों ने ही 4G सर्विस की शुरुआत की है. अगले साल तक कई टेलीकॉम कंपनियां देश भर में 4G इंटरनेट देंना शुरू करेंगी तो यह फीचर खूब डिमांड में रहेगा.
वायरलेस चार्जिंग
फिलहाल यह फीचर सिर्फ हाई एंड स्मार्टफोन में ही दिया जा रहा है. इसके जरिए चार्जिंग पैड में मोबाइल को रखकर चार्ज किया जा सकता है.
ड्यूल फ्लैश और ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन
इस साल देश में ड्यूल फ्लैश और OIS कैमरा फीचर वाले कई स्मार्टफोन लॉन्च हुए हैं. ड्यूल फ्लैश लो लाइट में शानदार फोटो क्लिक करने में मदद करता है जबकि ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन से हिलती-डुलती तस्वीरें भी साफ खीची जा सकती हैं.
पहले इस तरह के फीचर्स सिर्फ महंगे फोन में आता था पर अब कई कंपनियों ने इन फीचर्स के साथ बजट स्मार्टफोन भी लॉन्च किए हैं.