असहिष्णुता के बाद एजेंडा आज तक के मंच पर राजनीति पर चर्चा हुई. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नेशनल हेराल्ड केस समेत तमाम बड़े मुद्दों पर मोदी सरकार का पक्ष रखा. वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि सत्ता चलाना केवल उनका ही मौलिक अधिकार है.
उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड पर किसी निजी व्यक्ति ने केस दाखिल किया. सरकार इस मामले में पार्टी भी नहीं है. फिर भी हम पर क्यों अंगुली उठाई जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय देखेगा कि इस मामले में क्या करना है. इस केस में सरकार की कोई भूमिका नहीं है.
कभी जीएसटी का विरोध नहीं किया
जेटली ने कहा, 'कांग्रेस अपने ही बनाए चक्रव्यूह में फंस गई है. संसद न चलने का सवाल मुझसे पूछना अन्याय है. विपक्ष ने बीते पांच दिनों में संसद ना चलने देने की वजह साफ नहीं की है. मैंने कभी जीएसटी का विरोध नहीं किया. कांग्रेस के पास इस बिल पर चर्चा करने का समय नहीं है.'
निजी वजहों से कोई संसद कैसे रोक सकता
उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में सरकार ने कौन सा एक्शन ले लिया. कोई किसी निजी वजह से संसद को कैसे रोक सकते हैं? जो लोग संसद को नहीं चलने दे रहे उन्हें विरोध का कोई नैतिक आधार नहीं है. संसद में बहस अच्छे स्तर की भी होती है. मीडिया भी उसे जिम्मेदारी से दिखाती है.
देश के भीतर और बाहर है ब्लैक मनी
ब्लैक मनी पर उन्होंने कहा कि यह देश के भीतर और बाहर दोनों जगह है. ब्लैक मनी पर हम कोई कसर छोड़ने वाले नहीं है. हम लगातार इस प्रयास में लगे हैं कि कैसे ब्लैक मनी विदेश से भारत लाया जाए. स्विस बैंक से हमें इसके बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है.