मंथन के चौथे सत्र 'सरकार कितनी असरदार?' में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब नबी आजाद ने कहा कि मोदी सरकार संसद में विपक्ष की राय पर गौर नहीं करती है. किसी भी कानून या बिल को जबरन पारित कराना चाहती है. लोकसभा में बीजेपी बहुमत में है. इसलिए वहां मनमानी कर रही है. हम राज्यसभा में ऐसा नहीं होने देते हैं. मोदी पर उन्होंने कहा कि देश से नेता होता है, नेता से देश नहीं.
वर्तमान सरकार चाहती है कि विपक्षी दल उसके हर कानून या बिल पर अंगूठा लगा दें. बिना सोचे-विचारे कानून या बिल पारित होने दें. हम राज्यसभा में उन पर विचार-विमर्श करते हैं. बिना बहस हुए उसे पारित नहीं होने देते हैं.
राहुल गांधी के हालिया राजनीतिक तेवर पर आजाद ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का तेवर है. हम पहली बार विपक्ष में नहीं बैठे हैं. इससे पहले भी कांग्रेस विपक्ष में बैठी थी. हम वहीं कर रहे हैं, जो विपक्ष का रोल होता है.
मोदी के विदेश दौरे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने भी विदेशी दौरे किए हैं. लेकिन मोदी सरकार अपने विदेश दौरों को ऐसे दिखा रही है, जैसे कि यह सब पहली बार हो रहा है. मोदी और उनके मंत्रियों को विदेश दौरों से फुरसत नहीं है. इन दौरों के नाम पर भारत का गौरव बढ़ाने की बात कही जा रही है, जबकि देश का इतिहास की गौरवशाली है. देश से नेता होता है, नेता से देश नहीं होता. 125 करोड़ की जनता के अच्छे दिन नहीं आए हैं.
मंथन के पहले सत्र में अनंत कुमार ने यूपीए को झूठ-लूट की सरकार बताया था. इस पर आजाद ने कहा कि यह जुमलों की सरकार है. यूपीए सरकार के पहले पांच सालों में कोई आरोप नहीं लगे हैं.
हमारी सरकार ने मनरेगा, सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी बहुत सारी योजनाएं लागू की थीं. हमने झूठे वायदे नहीं किए. मोदी सरकार ने जनधन योजना के तहत बैंक अकाउंट तो खोल दिए गए, लेकिन पैसे कहां हैं? कहां गए 15 लाख रुपए? हम भी इसकी तलाश कर रहे हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की राजनीतिक सक्रियता पर उन्होंने कहा कि राहुल की संसद और सड़क पर सक्रियता से बीजेपी परेशान है. वह मोदी सरकार की गलत नीतियों का ऐसे ही विरोध करते रहेंगे.