जेम्स एंडरसन ने स्वीकार किया कि छींटाकशी से कभी सचिन तेंदुलकर का ध्यान भंग नहीं हो सकता. लेकिन इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज का मानना है कि तेंदुलकर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक को लेकर जो हो हल्ला मचा हुआ है उससे टेस्ट श्रृंखला में इस बल्लेबाज और भारत का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है.
एंडरसन ने 21 जुलाई से लॉर्डस में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच के बारे में कहा,‘सचिन तेंदुलकर ने पिछले कई वर्षों में जिस तरह से 99 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़े उससे आप यही कह सकते हो कि लॉर्ड्स में उनके 100वें शतक को लेकर जो बातें चल रही हैं उससे वह प्रभावित होने वाले अंतिम व्यक्ति होंगे.’
उन्होंने कहा,‘लेकिन हमने वहां जो पिछला मैच खेला था उसमें जो कुछ हुआ उससे हमें लगा कि लॉर्ड्स फैक्टर किसी तरह से लोगों को प्रभावित कर सकता है.’एंडरसन का इशारा श्रीलंकाई बल्लेबाज दिनेश चंदीमल की तरफ था जिन्होंने एकदिवसीय मैच में अपना शतक पूरा करने के लिये आखिर में धीमी बल्लेबाजी की और उनके साथी बल्लेबाज ने शतक पूरा करने में उनकी पूरी मदद की.
उन्होंने ‘डेली मेल’ में लिखा है,‘इतिहास,माहौल और सब कुछ वहां होता है तथा यह बात हमेशा आपके दिमाग में रहेगी कि आप संभवत: यहां आखिरी बार खेल रहे हैं जिससे आप खेल में डूब जाते हो और उसका भरपूर मजा लेते हो.’
एंडरसन ने कहा कि इसी तरह से जिस तरह का दबाव है उससे तेंदुलकर का ध्यान भंग हो सकता है भले ही वह दो दशक से क्यों नहीं खेल रहे हों. उन्होंने कहा,‘मुझे पता है कि सचिन ने लार्डस में कभी शतक नहीं बनाया लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ कि वहां उनका उच्चतम स्कोर 37 रन है. मुझे नहीं लगता कि अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की संभावना से वह अपनी एकाग्रता भंग होने देंगे.’
उन्होंने कहा,‘लेकिन उनकी इस उपलब्धि को लेकर सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं और यह भी सच्चाई है कि उन्होंने लार्डस पर कभी शतक नहीं जमाया है. इस हाइप से उनकी पूरी टीम पर ही गलत प्रभाव पड़ सकता है. यदि वे सचिन के बारे में बहुत अधिक सोचना शुरू कर देते हैं तो इसका हमें फायदा मिल सकता है.’
उन्होंने कहा,‘आप किसी भी स्थान पर सचिन को गेंदबाजी कर रहे हो उन्हें जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करते हो. ईमानदारी से कहूं तो ऐसे स्थान अधिक नहीं हैं. लेकिन इस सप्ताह लॉर्ड्स में हमारा लक्ष्य भारत के स्टार बल्लेबाज को रनों के लिये तरसाने का है और उम्मीद है कि हम उनसे गलती करवाने सफल रहेंगे.’
एंडरसन ने कहा,‘सचिन के खिलाफ मैं छींटाकशी नहीं करना चाहूंगा। मेरा अनुभव है कि जब भी आप उनके खिलाफ शाब्दिक जंग छेड़ते हो वह अधिक प्रतिबद्ध हो जाते हैं. सचिन जब बल्लेबाजी के लिये आएगा तो दर्शकों के शोर को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा लेकिन हमें अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करना होगा और यह नहीं सोचना होगा कि आप किसे गेंदबाजी कर रहे हो.’