पंजाब की सत्ता में हैट्रिक की कोशिश में जुटे डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को भरोसा है कि राज्य में इस बार भी उनकी ही सरकार बनेगी. एजेंडा आज तक में 'सत्ता मिलेगी दोबारा' सेशन में हिस्सा लेते हुए सुखबीर सिंह ने पंजाब की राजनीति में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की एंट्री और आम आदमी पार्टी की भूमिका पर कहा, 'केजरीवाल को दिल्ली के लोग जानते नहीं थे, अब जानने लगे हैं. पंजाब के लोग काफी दिल्ली में रहते हैं. केजरीवाल जो कहते हैं, उसके उलट करते हैं. उनकी परफॉर्मेंस के बारे में सभी को पता है. उनकी लोकप्रियता काफी गिर गई है. उनके बारे में पंजाब में जिक्र भी कम हो रहा है.'
इस सवाल पर कि ओपिनियन पोल या सर्वे में अकाली दल की लोकप्रियता का ग्राफ काफी नीचे है. उन्होंने कहा, 'पिछले बार भी ऐसा ही कहा जा रहा था. ओपिनियन पोल फर्जी होते हैं. जो हमने काम किए हैं, उसका कोई मुकाबला नहीं है.' अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सुखबीर ने कहा, 'पंजाब में हमारी सरकार के कार्यकाल में दो अंतरराष्ट्रीय और पांच घरेलू एयरपोर्ट बने. राज्य में तमाम सरकारी दफ्तर ऑनलाइन हो गए हैं.' पंजाब में सत्ता विरोधी लहर के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा, 'पहले लोग परफॉर्मेंस को नहीं देखते थे, अब परफॉर्मेंस को देखते हैं. आप मध्य प्रदेश का उदाहरण ले सकते हैं. वहां तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनी है.'
AAP को 8 या 9 सीटें मिलेंगी
आगामी चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, इस सवाल पर सुखबीर सिंह ने कहा कि आज जो हालात हैं उनमें पंजाब में आम आदमी पार्टी को 8 या 9 सीटें मिलेंगी. साल भर पहले हालात कुछ और थे. पंजाबी लोगों का स्वभाव ऐसा होता है कि वो नई चीज अपना लेते हैं, लेकिन पसंद नहीं आने पर इसे फेंक भी देते हैं. विपक्ष की ओर से बादल परिवार की अमीरी पर सवाल उठाए जाने पर कहा कि मेरा होटल बिजनेस हरियाणा में हैं. हमारे परिवार का ट्रांसपोर्ट बिजनेस साल 1947 का है. कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में हमारे परिवार की सारी स्क्रूटनी की लेकिन कुछ नहीं मिला. बच्चों के कपड़े तक गिनवा लिए.
अमरिंदर के साथ पर्दे के पीछे की 'सेटिंग' पर सुखबीर ने कहा कि हमारी जान जा सकती है, हम कांग्रेस के साथ नहीं मिल सकते. हम सियासत छोड़ देंगे, कांग्रेस के साथ नहीं मिलेंगे. अमरिंदर से दोस्ती के सवाल पर कांग्रेस के साथ हमारे राजनीतिक मतभेद गहरे हैं. आमने-सामने आ जाने पर हैलो हाय करना अलग बात है.
हम ड्रग्स पकड़ते हैं, इसलिए हमें बदनाम किया
पंजाब में नशाखोरी के आरोप पर सुखबीर सिंह बादल ने कहा, राहुल गांधी को पर्ची पर लिखकर जो दे दिया जाता है, वो बोल देते हैं. उन्होंने एक बार बोल दिया कि पंजाब में 70 फीसदी युवा नशे के शिकार हैं. बीएसएफ की निगरानी इतनी तगड़ी नहीं है कि ड्रग्स की तस्करी को पूरी तरह रोक सके. हम ड्रग्स पकड़ते हैं, इसलिए हमें बदनाम किया जाता है. हमने पुलिस और सेना भर्ती के दौरान उम्मीदवारों के ड्रग्स टेस्ट लिए. एक फीसदी उम्मीदवार ही ड्रग्स टेस्ट में फेल हुए. मीडिया ने पंजाबी समुदाय को बदनाम किया कि हम ड्रग्स एडिक्ट होते हैं. पंजाब चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा ड्रग्स का है, इस सवाल पर सुखबीर ने कहा कि ड्रग्स की प्रॉब्लम पूरी दुनिया में है.
'सिद्धू से कोई दुश्मनी नहीं'
नवजोत सिंह सिद्धू पर उन्होंने कहा कि हमारी कोई दुश्मनी नहीं है. वो बीजेपी के थे, हमारी पार्टी के नहीं थे. अगर वो बीजेपी के खिलाफ कुछ बोलते तो मीडिया इसे तवज्जो नहीं देता. सिद्धू का पंजाब चुनाव पर कोई असर नहीं, क्योंकि जो आदमी अपने आपको मार्केट में छोड़ देता है कि मेरी वैल्यू बता दो. ऐसे आदमी से चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ता.
पंजाब के युवाओं में नशे की आदत पर एम्स की रिपोर्ट को लेकर सवाल पूछे जाने पर सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब के युवाओं को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए. हमनें जो सर्वे कराया था, वो दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे है जिसमें 4 लाख युवाओं पर सर्वे किया गया था. बादल परिवार के प्रति नकारात्मक छवि के एक सवाल पर कहा कि हकीकत अगले चुनाव में सामने आ जाएगी.
सीएम पद पर ये बोले सुखबीर
अगर अकाली सरकार की हैट्रिक होती है तो क्या सुखबीर अगले सीएम होंगे, इस सवाल पर डिप्टी सीएम ने साफ तौर पर कह दिया कि नहीं, प्रकाश सिंह बादल ही उनके मुख्यमंत्री होंगे. उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल से हमने काफी कुछ सीखा है. सबसे बड़ी सीख मिली- धैर्य रखने की. आगामी चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि 'आप' को 9 से कम सीटें, कांग्रेस को 30 से 35 सीटें और अकाली बीजेपी गठबंधन को 72 से 75 सीटें हासिल होंगी.