एजेंडा आज तक में पहुंची राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्यों की स्थिति बेहतर होगी तो देश भी अच्छा होगा. सभी सरकारी योजनाओं के पैसे सीधे लोगों के बैंक खातों में जा रहे हैं वह भी बिना किसी तरह के लीकेज के. किसानों के लिए हमने ग्राम नाम का कार्यक्रम शुरू किया है, जिसने 70 हज़ार से ज़्यादा किसानों ने हिस्सा लिया.
वसुंधरा ने कहा कि हमारे यहां निवेश इसलिए है, क्योंकि क्वालिटी है, कानून का शासन है. हमारे शहरों में नई नई चीजें हो रही हैं. हमने हर जिले को यह आदेश दिया है कि बच्चों के लिए टॉय बैंक बनाएं. विकास का एजेंडा अब सभी के दिमाग में प्राथमिकता पर है. मजहब भी है, जाति भी है. लेकिन विकास का भी महत्वपूर्ण प्रश्न है. यह बदलाव पिछले 10 साल के भीतर देखने को मिला है.
महारानी हैं और गरीबों से दूर रहती हैं. इस पर वसुंधरा ने कहा, जनता के साथ दिल मिलकर प्यार कैसे होता है, यह मैंने सीखा है. मैंने अपने परिवार से ही सीखा कि लोगों की सेवा कैसे की जाती है.
बाकी मुख्यमंत्रियों को आपसे तकलीफ होती है, इस पर वसुंधरा ने कहा कि यह उन्हीं से पूछिए. मैं अपनी बात कहूंगी. राशन की दुकानों में पहले चोरी होती थी, वह अब नहीं होती. 25000 राशन शॉप में से 5000 को रूरल मॉल्स बना दिया है. हमारी कोशिश है कि हम सभी राशन की दुकानों को ऐसे मॉल्स में बदलना है.
कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोग चाहते हैं कि उनकी इज्जत उनके राज्य में बनी रहे. हमने किसी विपक्ष को दबा कर नहीं रखा है. पीएम मोदी के साथ अपने संबंधों पर वसुंधरा ने कहा कि मोदी जी से मेरी नहीं बनती, मीडिया ने ऐसा परसेप्शन बना दिया है. जब जरूरत पड़ती है तो बात करते हैं. रोज-रोज थोड़े ही कोई बात करता है. रानी-महारानी वाली बात पर ग्लानि नहीं. जो हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं कि हम विलायत में रहते हैं तो उनसे पूछिए कि वो कितनी बार विदेश जाते हैं. एक सीएम अपने राज्य को छोड़कर कैसे जा सकता है.
किताबों, संगीत की शौकीन हैं....
आज के गाने नहीं समझती हूं. हम अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों का संगीत समझती हूं.
रानी या मुख्यमंत्री...कौन प्रबल है...
जिस परिवार में हम पले बढ़े हैं, उसमें सेवा के अलावा सीख नहीं था. राजमाता ने कहा था कि राजनीति में शॉर्ट-कट मत लेना. सभी को एकसाथ लेकर चलोगी तो झगड़ा नहीं होगा. अगर होगा भी तो मैनेज करने में सफल होगी.
पूरे सफर में सबसे बुरा वक्त...
यह तो जिंदगी है.. जिंदगीभर में सबक सीखने रहते हैं. जिंदगी में बच्चे, परिवार की वजह से आपको सदमे लगे हों.
अन्य सवाल....
दुष्यंत को मोदी सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने पर नाराजगी के सवाल पर यह मनगढंत बाते हैं.
राहुल गांधी कहते हैं कि आज चुनाव हो जाएं तो वो सत्ता में आ जाएंगे. यह बेकार की बातें हैं. समय आएगा 2018 में देखेंगे. राहुल गांधी पर कहा कि मैं कोई राय नहीं रखती. निगेटिव पॉलिटिक्स की वजह से कांग्रेस राजस्थान से सत्ता से बाहर से हुई. वसुंधरा ने कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट पर कोई कमेंट नहीं किया. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ अपने काम पर फोकस कर रही हूं. 2018 का चुनाव बताएगा कि मैंने कितने सबक सीखे हैं. वसुंधरा ने कहा कि ईज ऑफ बिजनेस डूईंग यानी इओबीडी रैंकिंग में राजस्थान ने जबरदस्त छलांग मारी है.
आपकी पॉजिटिविटी का राज...
मैंने जिंदगी के हमेशा पॉजिटिव पहलू को देखा है.
राज्य की समस्या के सवाल पर कहा कि हम जब सरकार में आए थे तो राज्य में 10 हजार डॉक्टरों की कमी थी. सरकारी डॉक्टरों की कमी है. हमने टीचरों की कमी की समस्या दूर करने का काम किया है. डॉक्टरों के लिए भी ऐसा कर रहे हैं.
नोटबंदी का राजस्थान में असर...
विपक्ष के राज्य कैसे नोटबंदी को सही ठहराएंगे. हमारा राज्य पूरी तरह डिजिटल है. डीबीटी में राजस्थान टॉप पर है.
महिला मुख्यमंत्रियों की शख्सियत दबंग जैसी... क्या करना पड़ता है...
आप अपने सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं कीजिए.