राष्ट्रमंडल खेलों की प्रतीक क्वींस बेटन के मध्यप्रदेश आगमन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसके सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया. वे क्वींस बेटन का बहिष्कार करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री है.
क्वींस बेटन शुक्रवार की शाम इंदौर से भोपाल पहुंची तथा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री को बोट क्लब पर बेटन की आगवानी करनी थी लेकिन अंतिम क्षणों में उन्होंने कार्यक्रम में जाने से इंकार कर दिया और वे एकाएक नयी दिल्ली के लिये रवाना हो गये.
उनकी अनुपस्थिति में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री तुकोजीराव पवार, स्थानीय शासन मंत्री बाबूलाल गौर ने बेटन की आगवानी की.
चौहान ने कहा कि क्वींस बेटन गुलामी का प्रतीक है इसलिये वे उसे हाथ भी नहीं लगायेंगे. उन्होने कहा कि दासता की प्रतीक महारानी की बेटन को मैं क्यों उठाकर घूमूं.
मुख्यमंत्री का यह भी कहना था कि वे खेल और खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं और और उन्हें खेलों से एतराज भी नहीं है लेकिन इसका नाम कामनवेल्थ गेम्स होने पर आपत्ति है क्योंकि इससे गुलामी का अहसास होता है. उन्होने कहा कि आजाद हिन्दुस्तान में इस तरह की विरासत के लिये कोई स्थान नहीं है.
क्वींस बेटन शनिवार की सुबह भोपाल से गुना के लिये रवाना कर दी गयी.