scorecardresearch
 

बिहार विधानसभा चुनाव का चौथा चरण होगा रोचक

बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के अंतर्गत 42 सीटों पर आगामी एक नवंबर को होने वाला मतदान न केवल सत्ता पक्ष और विपक्ष के महत्वपूर्ण है बल्कि इसके रोचक होने की भी संभावना है.

Advertisement
X

बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के अंतर्गत 42 सीटों पर आगामी एक नवंबर को होने वाला मतदान न केवल सत्ता पक्ष और विपक्ष के महत्वपूर्ण है बल्कि इसके रोचक होने की भी संभावना है.

Advertisement

दरअसल, इन विधानसभा क्षेत्रों में पिछले विधान सभा चुनाव में राजद की हार ने लालू प्रसाद को राज्य की सत्ता से बेदखल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. जिन 42 विधानसभा क्षेत्रों में आगामी एक नवंबर को चुनाव संपन्न होना है उसमें चेरिया-बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघरा, मटिहानी, साहेबपुर-कमाल, बेगुसराय, बखरी (अनुसूचित जाति), खगड़िया, बेल्दौर, परबत्ता, लखीसराय, मुंगेर, बीहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती (अनुसूचित जाति), कहलगांव, भागलपुर, सुल्तानगंज और नाथनगर शामिल हैं.

इसके अतिरिक्त अन्य विधानसभा क्षेत्र जहां एक नवंबर को ही मतदान होना है उनमें मोकामा, बाढ, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, मनेर, अमरपुर, घौरैया (अनुसूचित जाति), बांका, अलौली (अनुसूचित जाति), सूर्यगढ़ा, तारापुर, जमालपुर, कटोरिया (अनुसूचित जनजाति), बेल्हर, सिंकदरा (अनुसूचित जाति), जमूई, झाझा और चकाई शामिल हैं.

इन 42 विधानसभा क्षेत्रों में 575 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनमें प्रमुख लोगों में भाजपा के कद्दावर नेता अश्विनी कुमार चौबे (भागलपुर), नंद किशोर यादव (पटना साहिब), रामनारायण मंडल (बांका) और जदयू मंत्री दामोदर राउत शामिल हैं. {mospagebreak}

Advertisement

बिहार के जिन 42 विधानसभा क्षेत्रों में आगामी एक नवंबर को चुनाव होना है उसमें बेगूसराय जिला के सात, खगड़िया के चार, लखीसराय के दो, मुंगेर के तीन, भागलपुर के सात, पटना के 10, बांका के पांच और जमूई जिला के चार विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. कांग्रेस और बसपा ने जहां सभी 42 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं वहीं आपसी तालमेल के साथ चुनाव लड़ रही प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी जदयू एवं भाजपा ने इन सीटों में से क्रमश: 25 एवं 17 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.

राजद एवं लोजपा गठबंधन ने भी क्रमश: अपने-अपने 25 एवं 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं. वामदलों में भाकपा माले ने 15 सीटों पर, भाकपा ने 13 पर और माकपा ने छह सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. अक्तूबर 2005 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर राजग के पक्ष में लहर दिखी थी जबकि राजद-लोजपा को आधी सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था, इसका संभावित कारण इन दोनों दलों का अलग-अलग चुनाव लड़ना और अल्पसंख्यक मतदाताओं के वोटों का बंटना भी माना जाता है.

Advertisement
Advertisement