आजतक की यूपी पंचायत के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सीएम बनने की कहानी भी बयान की. उनका कहना था कि उन्हें सपने में भी ये ओहदा मिलने की उम्मीद नहीं थी.
जब पलटे योगी के नसीब!
योगी आदित्यनाथ के मुताबिक वो 14 मार्च को वेस्टइंडीज के पोर्ट ऑफ स्पेन जाने की तैयारी में थे. लेकिन 10 मार्च को प्रधाममंत्री दफ्तर से उनका पासपोर्ट वापस हो गया. योगी के मुताबिक इससे उन्हें निराशा हुई. पीएम का कहना था कि यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं. लिहाजा उनकी जरूरत प्रदेश में होगी. लिहाजा वो गोरखपुर वापस चले आए.
जब आया सत्ता का संदेशा..
योगी के मुताबिक वो 14-15 मार्च को दिल्ली पहुंचे. यहां संसदीय दल की बैठक के बाद यूपी के हालात पर चर्चा के लिए एक और बैठक में शरीक हुए. इसके बाद उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की और 17 तारीख को गोरखपुर चले गए. लेकिन उन्हें अमित शाह ने फोन करके कहा कि वो उनसे बात करना चाहते हैं. लिहाजा उन्हें चार्टेड प्लेन से दिल्ली बुलाया गया. दिल्ली में योगी को कहा गया कि उन्हें सीएम बनाया गया है और अगले दिन उन्हें यूपी जाना होगा. बकौल योगी वो उस वक्त सिर्फ दो जोड़ी कपड़े में थे. लिहाजा वो चार बजे लखनऊ पहुंचे. 5 बजे हुई मीटिंग में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया और अगले दिन उन्होंने शपथ ली.