scorecardresearch
 

UP पंचायत आजतक: राज्य में बिजली चोरी बड़ी समस्या- श्रीकांत शर्मा

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यूपी में बिजली की सप्लाई सुधारने के लिए अपने सरकार के कदमों को गिनवाया. उनका दावा था कि इस बारे में केंद्र सरकार के साथ हुए करार के चलते प्रदेश को सस्ती बिजली मुहैया हो पाएगी. शर्मा के मुताबिक उनकी सरकार का इरादा है कि गांवों में सूर्यास्त के बाद घरों में रोशनी हो.

Advertisement
X
आजतक की पंचायत में यूपी के मंत्री
आजतक की पंचायत में यूपी के मंत्री

Advertisement

आजतक की यूपी पंचायत में बिजली, पानी, मकान और किसान पर खास सत्र में राज्य के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, शहरी विकास मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और औद्योगिक विकास राज्य मंत्री सुरेश राणा शरीक हुए. इन सभी मंत्रियों ने ऊर्जा सेवाओं और किसानों की हालत पर विस्तार से चर्चा की और मुख्यमंत्री के विकास के एजेंडा को सामने रखा.

‘सरकार का काम बोल रहा है’
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार को 15 साल से चली आ रही काम ना करने की संस्कृति विरासत में मिली थी. लेकिन अब योगी सरकार का काम बोल रहा है. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उनकी सरकार यूपी को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

‘बिजली चोरी सबसे बड़ी समस्या’
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यूपी में बिजली की सप्लाई सुधारने के लिए अपने सरकार के कदमों को गिनवाया. उनका दावा था कि इस बारे में केंद्र सरकार के साथ हुए करार के चलते प्रदेश को सस्ती बिजली मुहैया हो पाएगी. शर्मा के मुताबिक उनकी सरकार का इरादा है कि गांवों में सूर्यास्त के बाद घरों में रोशनी हो. हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि इस रास्ते में बिजली चोरी सबसे बड़ा रोड़ा है. श्रीकांत शर्मा ने दोहराया कि बिजली चोरी करने वालों को 2 महीने का समय दिया है. ईमानदार सरकार के साथ लोग भी ईमानदार बनें. बिजली चोरी सबसे बड़ी समस्या है. इसकी वजह से हम 24 घंटे बिजली नहीं दे पा रहे हैं.

Advertisement

'किसानों की स्थिति अच्छी नहीं थी'
मंत्री सुरेश राणा का कहना था कि योगी सरकार ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया और सरकार अब तक किसानों को 6 हजार करोड़ अदा कर चुकी है. उनके मुताबिक 116 मिलों में 50 से ज्यादा ने भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है. वहीं सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अब तक किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता था. लिहाजा किसानों की हालत अच्छी नहीं है. यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आते ही लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया गया. अब आगे किसानों की स्थिति सुधारने के लिए उन्हें बीज उपलब्ध कराएंगे, उत्पादन बढ़े इस पर जोर है. किसानों को उचित कीमत दी जाएगी. किसानों की लागत घटाने पर जोर है. किसानों का शोषण रोकने पर जोर है.

‘योगी ने दिखाई टीम भावना'
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि उद्योगों के लिए अच्छे माहौल की जरूरत है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी विभागों के समन्वय के साथ उद्योगों के लिए माहौल तैयार किया जाएगा. महाना का दावा था कि उद्योगपतियों को योगी सरकार पर भरोसा है और प्रदेश में नई उदयोग नीति जल्द आएगी. सुरेश राणा ने कहा कि महीने में 150 से ज्यादा घंटे सभी मंत्री मुख्यमंत्री के साथ बैठे है. इससे मुख्यमंत्री की टीम भावना का पता चलता है.

Advertisement


Advertisement
Advertisement