मेजबान वेस्टइंडीज जब ट्वेंटी20 विश्व कप के ग्रुप डी अपने दूसरे मैच में इंग्लैंड से भिड़ेगा तो उसे आयरलैंड के खिलाफ पहले मैच की अपने बल्लेबाजों की कमजोरियों का हल निकालना होगा.
आयरलैंड के खिलाफ पहले मैच में आलराउंडर डेरेन सैमी ने 17 गेंद में 30 रन की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था लेकिन बाकी बल्लेबाज विफल रहे थे जो टीम के लिए चिंता का सबब हो सकता है.
कप्तान क्रिस गेल की गैरमौजूदगी में विंडीज की टीम आयरलैंड पर 70 रन की आसान जीत दर्ज करने में सफल रही लेकिन इस दौरान उसके बल्लेबाजी क्रम की कमजोरियां भी उजागर हुई जो कमजोर टीम के खिलाफ भी बड़ा स्कोर खड़ा करने में असफल रहा.
सत्रह वर्षीय स्पिनर जार्ज डाकरेल ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और टीम इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच की गलतियों से बचना चाहेगी.
{mospagebreak}मेजबान टीम ने हालांकि लक्ष्य का बचाव करते हुए अच्छा जज्बा दिखाया लेकिन सैमी, रवि रामपाल, ड्वेन ब्रावो और केमार रोच की असली परीक्षा कल पाल कोलिंगवुड और उनकी टीम के खिलाफ होगी जो अपने अभियान की शुरूआत करेगी.
हाल में इंडियन प्रीमियर लीग में केविन पीटरसन के फार्म में लौटने से इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम मजबूत हुआ है जबकि टीम को युवा इयोन मोर्गन से भी काफी उम्मीदें होंगी. इंग्लैंड चाहे लक्ष्य खड़ा करे या इसका बचाव करे, काफी कुछ क्रेग कीसवेटर और माइकल लंब की सलामी जोड़ी पर निर्भर करेगा.
गेंदबाजी में आफ स्पिनर ग्रीम स्वान अहम भूमिका निभाएंगे. प्रोविडेंस स्टेडियम की धीमी पिच को देखते हुए इंग्लैंड माइकल यार्डी को भी मैदान पर उतार सकता है जो मौका मिलने पर अपनी बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं.
स्वान और यार्डी दोनों ने अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था.