टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने का रिकार्ड अब संयुक्त रूप से भारतीय दीवार राहुल द्रविड़ के नाम पर दर्ज हो गया है जबकि वीरेंद्र सहवाग भारत की तरफ से सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले सलामी बल्लेबाज बन गये हैं.
भारतीय क्रिकेट के ये दोनों दिग्गज शायद इन दोनों रिकार्ड को याद नहीं रखना चाहेंगे लेकिन यही आंकड़ों की हकीकत है. आस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में द्रविड़ की जगप्रसिद्ध रक्षात्मक तकनीक में फिर से कमी निकल आयी और वह पीटर सिडल की गेंद पर बोल्ड हो गये. यह टेस्ट क्रिकेट में 53वां अवसर है जबकि द्रविड़ की गिल्लियां बिखरी. इसके साथ ही उन्होंने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बोर्डर के रिकार्ड की बराबरी की. बोर्डर 52 मैच में जबकि द्रविड़ 49 मैच में 53 बार बोल्ड हो चुके हैं.
इनके बाद सचिन तेंदुलकर (48 बार) और जाक कैलिस (44 बार) का नंबर आता है. द्रविड़ हाल में लगातार बोल्ड होते जा रहे हैं. पिछले साल के आखिर में वेस्टइंडीज के भारतीय दौरे से लेकर पिछली दस पारियों में द्रविड़ सात बार बोल्ड हुए हैं. इससे पहले सहवाग बिना खाता खोले पवेलियन लौट गये थे. वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर 15वीं बार शून्य पर आउट हुए जो कि भारतीय रिकार्ड है. इससे पहले यह रिकार्ड संयुक्त रूप से पंकज राय और सहवाग के नाम पर दर्ज था.
ओवरआल रिकार्ड देखा जाए तो श्रीलंका के मर्वन अटापट्टू ओपनर के रूप में सर्वाधिक 18 बार जबकि इंग्लैंड के माइक आथरटन 17 बार शून्य पर आउट हुए. सहवाग अब वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और आस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन के साथ तीसरे स्थान पर हैं.