चार जून को जब ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे, तब दो सवाल सबके सामने थे. पहला- राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? और दूसरा- सीएम आखिर रहेंगे कहां? पहले सवाल का जवाब तो मिल गया है. बीजेपी ने मोहन माझी को मुख्यमंत्री बनाया है. लेकिन दूसरे सवाल का जवाब अब भी ढूंढा जा रहा है.
दरअसल, ओडिशा में मुख्यमंत्री के लिए कोई सरकारी आवास है ही नहीं. 24 साल तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे नवीन पटनायक ने 'वर्क फ्रॉम होम' ही किया. यानी, उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए सरकारी आवास का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने अपने ही पुश्तैनी घर को मुख्यमंत्री आवास बना दिया था और यहीं से सारे काम निपटाते थे.
अब इस वजह से नए मुख्यमंत्री के लिए सरकारी आवास तलाशा जा रहा है. ओडिशा में बीजेपी पहली बार सत्ता में आई है. विधानसभा की 147 में से 78 सीटें बीजेपी ने जीतीं. जबकि, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) 51 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस ने 14 सीटों पर जीत हासिल की.
बीजेपी ने मुख्यमंत्री के लिए मोहन माझी को चुना है. माझी ने बुधवार को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ-साथ केवी सिंह देव और प्रवती परिदा डिप्टी सीएम बनाए गए हैं. हालांकि, समस्या ये है कि ओडिशा में मुख्यमंत्री के लिए कोई सरकारी आवास नहीं है.
'नवीन निवास'
साल 2000 में जब नवीन पटनायक पहली बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बने, तब उन्होंने सरकारी आवास के बजाय अपने निजी निवास से ही काम करने का फैसला लिया. इसे 'नवीन निवास' कहा जाता है. 24 साल तक ओडिशा का पावर सेंटर 'नवीन निवास' ही रहा. सारे आधिकारिक और प्रशासनिक काम यहीं से हुए.
पटनायक परिवार का पैतृक घर कटक में है. यहीं पर नवीन पटनायक का जन्म हुआ था. बाद में जब भुवनेश्वर ओडिशा की राजधानी बनी तो बीजू पटनायक ने यहां पर एक बंगला बनवाया. इसका नाम ही नवीन निवास रखा गया.
पटनायक से पहले के सीएम कहां रहते थे?
नवीन पटनायक के मुख्यमंत्री बनने पहले हेमनंदा बिस्वाल और जेबी पटनायक भुवनेश्वर क्लब के पास एक मंजिला इमारत से काम करते थे. 1995 में जब जेबी पटनायक दोबारा मुख्यमंत्री बने तो सीएम आवास एक दो मंजिला इमारत में शिफ्ट कर दिया गया.
2000 में जब नवीन पटनायक मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने उस दो मंजिला इमारत को सीएम ग्रिवांस सेल में बदल दिया, जहां लोग आकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते थे.
माझी कहां रहेंगे?
फिलहाल ओडिशा में मुख्यमंत्री के लिए कोई आधिकारिक आवास नहीं है. इसलिए नए मुख्यमंत्री मोहन माझी के लिए आवास की तलाश की जा रही है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, नए मुख्यमंत्री के लिए मौजूदा सीएम ग्रिवांस सेल समेत कई खाली पड़े सरकारी क्वार्टरों को शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है.
हालांकि, शॉर्टलिस्ट किए जाने के बाद भी थोड़ा वक्त लगेगा, क्योंकि आवास में जरूरी मरम्मत और सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी.
बताया जा रहा है कि फिलहाल मुख्यमंत्री के लिए स्टेट गेस्ट हाउस में एक सुईट तैयार किया जा रहा है, जिसे अस्थायी आवास बनाया जाएगा.