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घरों और गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी और पीएनजी की कीमतें कम हो सकतीं हैं. केंद्र सरकार ने इनकी कीमतें तय करने के लिए नए फॉर्मूले को मंजूरी दे दी है. सरकार का कहना है कि इस फॉर्मूले से सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में 10 फीसदी तक की कमी आ जाएगी. यानी, मान लीजिए कि कीमत 80 रुपये है तो अब ये 10 फीसदी कम होकर 72 रुपये हो जाएगी.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि घरेलू गैस की कीमतों को अब अंतरराष्ट्रीय हब गैस की जगह इंपोर्टेड क्रूड के साथ लिंक कर दिया गया है. अब घरेलू गैस की कीमत भारतीय क्रूड बास्केट के दाम का 10 फीसदी होगी.
इतना ही नहीं, अब सीएनजी और पीएनजी की कीमत हर महीने तय होगी. जबकि, पहले साल में दो बार यानी हर 6 महीने पर कीमतें तय की जाती थीं.
क्या है सरकार का फैसला?
- अब तक घरेलू गैस की जो कीमतें तय होती थीं, उसके लिए अक्टूबर 2014 में गाइडलाइन आई थी. इसके तहत अंततराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के आधार पर घरेलू बाजार में कीमतें तय होती थीं.
- अब सरकार ने इस गाइडलाइन को बदल दिया है. घरेलू गैस की कीमतें तय करने के लिए सरकार ने अक्टूबर 2022 में किरीट पारिख की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी. इस कमेटी के सुझावों पर सरकार ने गाइडलाइन में संशोधन किया है.
- अनुराग ठाकुर ने बताया कि अब घरेलू गैस की कीमत को अब अंतरराष्ट्रीय हब गैस की जगह इंपोर्टेड क्रूड के साथ लिंक कर दिया गया है और घरेलू गैस का दाम अब इंडियन क्रूड बास्केट की अंतरराष्ट्रीय कीमत का 10 फीसदी होगा. मान लीजिए अगर इंडियन क्रूड बास्केट का दाम 85 डॉलर है, तो भारत में घरेलू गैस की कीमत 8.5 डॉलर यानी उसका 10 फीसदी होगी. ये कीमत अब 6 महीने की बजाय हर महीने तय की जाएगी.
- उन्होंने बताया कि घरेलू गैस का फ्लोर प्राइस और सीलिंग प्राइस दोनों ही तय होंगी. फ्लोर प्राइस 4 डॉलर और सीलिंग प्राइस 6.5 डॉलर तय किया गया है. फ्लोर प्राइस यानी कम से कम कीमत और सीलिंग प्राइस यानी ज्यादा से ज्यादा कीमत. सीलिंग प्राइस को अभी दो साल के लिए तय किया गया है. दो साल बाद ये कैप बढ़ा दी जाएगी.
फायदा क्या होगा?
- 1 नवंबर 2014 को जो गाइडलाइन जारी हुई थी, उसके मुताबिक हर 6 महीने में घरेलू गैस की कीमतें तय होती थीं.
- अब इससे होता क्या था? तो होता ये था कि अगर बीच में अंततराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें बढ़ गईं तो गैस कंपनियों को नुकसान होता था और घट गईं तो आम लोगों को नुकसान होता था. क्योंकि कीमत तय हो चुकी थीं.
- लेकिन अब जो दो बड़े बदलाव हुए हैं, उससे गैस कंपनियां और आम लोग दोनों ही फायदे में रहेंगे. वो कैसे? तो ऐसे कि अंतरराष्ट्रीय गैस हब की बजाय इंडियन क्रूड बास्केट पर कीमतें तय होंगी.
- दूसरा कारण ये कि फ्लोर प्राइस और सीलिंग प्राइस दोनों ही तय कर दिए गए हैं. तो कीमत अगर बहुत कम भी हो जाती है तो कंपनियों को नुकसान नहीं होगा और अगर बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं तो लोगों को नुकसान नहीं होगा.
अंतरराष्ट्रीय गैस हब की जगह इंपोर्टेड क्रूड क्यों?
अब तक घरेलू गैस की कीमतें दुनिया के चार बड़े गैस ट्रेडिंग हब से तय होती थी. ये हब हैं- हेनरी हब, नेशनल बैलेंसिंग प्वाइंटर (यूके) और रूस.
इन चारों गैस ट्रेडिंग हब के बीते एक साल की कीमत का औसत निकाला जाता था और फिर इसे तीन महीने के अंतराल पर लागू किया जाता था.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें तेजी से घटती-बढ़ती थीं और इसका असर गैस की कीमतों पर पड़ता था. लेकिन अब भारत विदेशों से जो गैस इम्पोर्ट करेगा, उसकी कीमत के आधार पर घरेलू गैस के दाम तय किए जाएंगे.
फ्लोर और सीलिंग प्राइस को ऐसे समझिए
- मौजूदा वक्त में इंडियन क्रूड बास्केट की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल है. इसका 10 फीसदी हुआ 8.5 डॉलर प्रति बैरल. लेकिन सरकार ने इसकी सीलिंग प्राइस 6.5 डॉलर सेट कर दी है.
- अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घरेलू गैस की कीमतों का फ्लोर और सीलिंग प्राइस दो साल के लिए सेट है. इसके बाद इसे 0.25 डॉलर बढ़ा दिया जाएगा.
शहर | CNG की मौजूदा कीमत (Rs/KG) | CNG की संभावित कीमत (Rs/KG) | PNG की मौजूदा कीमत (Rs/SCM) | PNG की संभावित कीमत (Rs/SCM) |
दिल्ली | 79.56 | 73.59 | 53.59 | 47.59 |
मुंबई | 87 | 79 | 54 | 49 |
बेंगलुरु | 89.5 | 83.5 | 58.5 | 52 |
मेरठ | 91 | 83 | 58.5 | 52 |
अब कितनी कीमत हो जाएगी?
- सरकार के इस फैसले से देशभर में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में कमी आ जाएगी. इसका सीधा-सीधा फायदा आम लोगों के साथ-साथ गैस पर चलने वाली कंपनियों को भी होगा.
- राजधानी दिल्ली में इस वक्त सीएनजी की कीमत 79.59 रुपये प्रति किलो है जो घटकर 73.59 रुपये हो सकती है. वहीं, पीएनजी की कीमत 53.59 रुपये प्रति हजार क्यूबिक मीटर है जो कम होकर 47.59 रुपये पर आ सकती है.
- इसी तरह मुंबई में इस समय सीएनजी 87 रुपये प्रति किलो और पीएनजी 54 रुपये प्रति हजार क्यूबिक मीटर बिक रही है. इस फैसले के बाद मुंबई में सीएनजी 79 रुपये और पीएनजी 49 रुपये तक हो सकती है.