कांग्रेस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें पार्टी ने बैंक अकाउंट फ्रीज किए जाने पर मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि हमारा पैसा जबरन छीन लिया गया है. सरकार कांग्रेस को अपाहिज बनाने की कोशिश कर रही है.
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हमारे बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए. किसी ने कुछ नहीं कहा. 20 फीसदी आबादी हमें वोट देती है, लेकिन हम दो रुपये खर्च नहीं कर सकते. राहुल ने कहा कि हम चुनाव प्रचार नहीं कर सकते. हमारे नेता फ्लाइट से नहीं जा सकते. यहां तक कि वो रेल से भी नहीं जा सकते.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने दावा किया कि कांग्रेस अपना पार्टी फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है. हम प्रचार नहीं कर पा रहे हैं. ये किस तरह का लोकतंत्र है? हमारे खिलाफ 30-35 साल पुराने मामले खोलकर हमें पैसे का इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं.
कांग्रेस ने दावा किया है कि ये सारा मामला 14 लाख रुपये के टैक्स बकाये से जुड़ा है, लेकिन पार्टी के 285 करोड़ रुपये के फंड को रोक दिया गया है. कांग्रेस ने कहा कि 14.40 लाख यानी 0.7% की गड़बड़ी की वजह से 210 करोड़ रुपये यानी 106% की पेनल्टी लगा दी गई.
14 लाख 40 हजार का मामला क्या?
16 फरवरी को आयकर विभाग ने कांग्रेस से जुड़े चार बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था. कांग्रेस का दावा है कि 2018-19 के इनकम टैक्स रिटर्न के आधार पर ये कार्रवाई की गई है.
कांग्रेस के मुताबिक, 2018-19 में पार्टी को 199 करोड़ रुपये की रिसिप्ट मिली थी. ये पैसा लोकसभा चुनाव में खर्च हुआ था. इसमें से 14 लाख 40 हजार रुपये कैश में आए थे. ये रकम कांग्रेस के सांसद और विधायकों ने अपनी तनख्वाह देकर जमा कराई थी.
फिर 210 करोड़ की रिकवरी क्यों?
कांग्रेस नेता अजय माकन ने पिछले महीने 210 करोड़ रुपये की रिकवरी की वजह बताई थी. उन्होंने बताया था कि हमपर चार्ज लगाया गया है कि 2018-19 में 142.83 करोड़ रुपये का चंदा आया था. इसमें से 14.40 लाख रुपये कैश था.
2018-19 का आयकर रिटर्न 31 दिसंबर 2019 तक भरना था. लेकिन 2 फरवरी को ये जमा किया गया.
कांग्रेस का दावा है कि 31 दिसंबर 2019 की जगह 2 फरवरी 2020 को अकाउंट दिया गया, इसलिए आयकर विभाग ने सारे पैसे को, उसके इनकम टैक्स से हटाकर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 15 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि पार्टी का करीब 300 करोड़ रुपये आयकर विभाग ने फ्रीज कर दिया है.
अब मामला हाईकोर्ट में
16 फरवरी को जिस दिन कांग्रेस ने अपने चार बैंक खातों को फ्रीज किए जाने का दावा किया, उसी दिन पार्टी इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल (ITAT) पहुंच गई थी.
कांग्रेस की याचिका पर ITAT ने फौरी राहत देते हुए खातों को डिफ्रीज करने का आदेश दिया था. ITAT ने कांग्रेस को अपने बैंक में 115 करोड़ रुपये रखने और इस सीमा से ऊपर की रकम निकालने का आदेश दिया.
अजय माकन ने बताया था कि इसका मतलब 115 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए. माकन ने दावा किया था कि कांग्रेस के बैंक खातों में 25 करोड़ रुपये ही हैं.
इसके बाद 8 मार्च को ITAT ने कांग्रेस की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें पार्टी ने 210 करोड़ रुपये की रिकवरी को चुनौती दी थी. बाद में कांग्रेस ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया.
इससे पहले कांग्रेस ने पार्टी के बैंक खातों से 65.88 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम निकालने का भी दावा किया था. अजय माकन का दावा था कि इनकम टैक्स ने कांग्रेस के तीन बैंक खातों से रकम निकाली है. उनका कहना था यूथ कांग्रेस के खाते से 4.20 करोड़, NSUI के खाते से 1.43 लाख और कांग्रेस के खाते से लगभग 60 करोड़ रुपये निकाल लिए गए.
कांग्रेस के पास कितना पैसा!
अजय माकन के मुताबिक, कांग्रेस के कुल 11 बैंक खाते हैं. इनमें से 9 कांग्रेस के हैं और बाकी 2 दूसरे हैं. देश के चार बैंकों में ये अकाउंट्स हैं.
माकन ने दावा किया था कि कांग्रेस के बैंक खाते में 25 करोड़ रुपये है, जो क्राउडफंडिंग के जरिए जुटाया गया है. इसमें से 95 फीसदी से भी ज्यादा 100-100 रुपये से कम करके लोगों ने यूपीआई के जरिए दिए हैं. वहीं, यूथ कांग्रेस के बैंक अकाउंट में मेंबरशिप फीस का पैसा है.
मार्च 2023 तक कांग्रेस के पास 162 करोड़ रुपये थे. इनमें से 9 करोड़ रुपये पार्टी के करंट अकाउंट में थे तो लगभग 150 करोड़ एफडी के रूप में जमा थे.
माकन ने हाल ही में कहा था कि अपीलेट ट्रिब्यूनल ने 115 करोड़ रुपये रखने को कहा है, जो उनके बैंक खाते में रखी रकम से कहीं ज्यादा है. उन्होंने बताया था कि बैंक खाते में 25 करोड़ रुपये हैं. यानी, अभी कांग्रेस के पास 115 करोड़ रुपये से कम और 25 करोड़ से ज्यादा की रकम बैंक में जमा है.