
कंझावला कांड में पुलिस ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें कई अहम खुलासे किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास अंजली की जान बचाने के पर्याप्त मौके थे, बावजूद उसके उन्होंने कुछ नहीं किया और जानबूझकर कई किलोमीटर तक घसीटते रहे.
दिल्ली पुलिस ने 800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. कानूनन केस दर्ज होने के 90 दिन के भीतर चार्जशीट दायर करना जरूरी है. चार्जशीट में पुलिस ने कुल सात लोगों को आरोपी बनाया है. इनमें से चार पर हत्या का आरोप लगाया गया है.
कंझावाला केस क्या है? पुलिस की चार्जशीट में क्या-क्या आरोप लगाए गए हैं? अब आगे क्या होगा? जानते हैं....
क्या है कंझावला केस?
- 31 दिसंबर और 1 जनवरी की रात को राजधानी दिल्ली में ये घटना हुई थी. इस घटना में 20 साल की अंजली की मौत हो गई थी.
- अंजली नए साल की पार्टी कर अपने घर लौट रही थी. वो स्कूटी पर सवार थी. तभी एक कार ने उसे टक्कर मार दी.
- टक्कर लगने के बाद अंजली गाड़ी के टायर में फंस गई. लेकिन कार में सवार आरोपी उसे 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे.
- असल में लड़की का पैर गाड़ी के पहिये में फंस गया था, जिस वजह से वो कई किलोमीटर तक घसीटती रही.
- उसी रात 3 बजकर 24 मिनट पर रोहिणी के कंझावला पुलिस थाने को सूचना मिली थी कि एक कार से एक डेड बॉडी बंधी हुई है और वो कुतुबगढ़ एरिया की ओर जा रही है. हालांकि, एक्सीडेंट जिस जगह हुआ था, वो सुल्तानपुरी पुलिस थाने में आता है.
आरोपी कौन-कौन?
- कंझावला कांड में पुलिस ने सात लोगों को आरोपी बनाया है. इनमें- अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन, मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, आशुतोष और अंकुश शामिल हैं.
- चार्जशीट के मुताबिक, पुलिस ने अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को हत्या का आरोपी बनाया है. अमित खन्ना और आशुतोष पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भी केस दर्ज किया गया है.
- दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को पुलिस ने 2 जनवरी को गिरफ्तार किया था. पांचों अभी न्यायिक हिरासत में हैं. जबकि, आशुतोष भारद्वाज और अंकुश जमानत पर हैं.
- चार्जशीट में पुलिस ने बताया है कि आरोपियों के पास पीड़ित को बचाने का पर्याप्त अवसर था, लेकिन उन्होंने जानबूझकर उसे मारने के इरादे से घसीटा.
चार्जशीट में क्या-क्या खुलासे?
1. जानबूझकर किया काम
- चार्जशीट में पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने जानबूझकर ये काम किया. चार्जशीट के मुताबिक, घटना होने के बाद 500-600 मीटर की दूरी पर आरोपियों ने कार रोकी थी. कार से तीन आरोपी बाहर आए और उन्होंने चेक भी किया कि पीड़ित फंसी है या नहीं.
2. उन्हें पता था कि इससे मौत हो जाएगी
- दिल्ली पुलिस ने आरोपियों ने जो किया वो इतना खतरनाक था कि इसकी पूरी-पूरी आशंका थी कि पीड़ित की मौत हो सकती है या फिर उनके इस एक्ट की वजह से पीड़ित को ऐसी खतरनाक चोट पहुंच सकती है जिससे उसकी मौत हो जाए.
अब आगे क्या?
- दिल्ली पुलिस ने दो हफ्ते पहले अदालत में ये चार्जशीट दाखिल की थी. गुरुवार को कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया है.
- कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद चार्जशीट की कॉपी आरोपियों को भेजी जाएगी. वहीं, 18 अप्रैल से रोहिणी कोर्ट में मामले पर सुनवाई शुरू होगी.