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कभी साथ रहे, आज कट्टर दुश्मन... कहानी नॉर्थ और साउथ कोरिया की दुश्मनी की

साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में एक बार फिर संघर्ष तेज हो गया है. साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया पर मिसाइलें दागने का आरोप लगाया है. इसके जवाब में साउथ कोरिया ने भी नॉर्थ कोरिया की समुद्री सीमा पर मिसाइलें दागीं. कोरियाई युद्ध के बाद ये पहला मौका है जब नॉर्थ कोरिया ने इतने बड़े पैमाने पर मिसाइलें दागीं हैं.

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साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में 1950 से 1953 तक भीषण युद्ध भी हुआ था. (फाइल फोटो- Getty Images)
साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में 1950 से 1953 तक भीषण युद्ध भी हुआ था. (फाइल फोटो- Getty Images)

साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. दोनों ही देशों ने समुद्र में मिसाइलें दागीं हैं. साउथ कोरिया ने दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया उसकी समुद्री सीमाओं पर मिसाइलें दाग रहा है. नॉर्थ कोरिया पर 23 मिसाइलें दागने का आरोप है. इसके जवाब में साउथ कोरिया ने भी नॉर्थ कोरिया की समुद्री मिसाइलों पर तीन मिसाइलें दागीं.

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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, साउथ कोरिया ने दावा किया था कि अमेरिका और उसे धमकी देने के बाद उत्तर कोरिया ने समुद्र की तरफ बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं.

बताया जा रहा है कि कोरियाई युद्ध के खत्म होने के बाद ये पहला मौका है जब नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया की तरफ इतने बड़े पैमाने पर मिसाइलें दागीं हैं.

आज नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया एक-दूसरे के दुश्मन हैं और ये दुश्मनी 70 साल से भी ज्यादा पुरानी है. लेकिन कभी ये एक ही थे, जिसे कोरियन प्रायद्वीप कहा जाता था. प्रायद्वीप यानी पानी के बीच में उठा हुआ जमीन का हिस्सा.

कोरियाई युद्ध नॉर्थ कोरिया के साथ रूस-चीन थे तो साउथ कोरिया के साथ अमेरिका था. (फाइल फोटो-Getty Images)

क्या है कोरिया का इतिहास?

कोरियन प्रायद्वीप एशिया के पूर्वी हिस्से में बसा था. यहां कभी कोरयो वंश का शासन था. कोरयो वंश ने सन् 918 से 1392 तक इस पर राज किया. 

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इसके बाद जोसेऑन वंश सत्ता में आया. इसने करीब 500 साल तक शासन किया. 1897 में इसी वंश के राजा गोजोंग ने 'कोरियन एम्पायर' नाम से नए साम्राज्य की नींव रखी.

ये वो वक्त था जब जापान काफी मजबूत साम्राज्य हुआ करता था. उसकी सेना काफी ताकतवर थी. 1910 में जापानी साम्राज्य ने कोरियन प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया. जापानी सेना ने यहां क्रूरता और बर्बरता की हदें पार की. यही वजह है कि आज भी दोनों देश जापान को बहुत ज्यादा पसंद नहीं करते हैं.

1939 से 1945 तक दूसरा विश्व युद्ध हुआ. इसमें जापान बुरी तरह हारा. 1945 में विश्व युद्ध में हार के बाद ही कोरियन प्रायद्वीप जापान के कब्जे से छूट पाया.

कोरियाई युद्ध में 30 से 50 लाख लोग मारे गए थे. (फाइल फोटो-Getty Images)

कैसे अलग हुए नॉर्थ और साउथ कोरिया?

कोरिया को जापान से तो मुक्ति मिल गई, लेकिन फिर वो कोल्ड वॉर में फंस गया. ये कोल्ड वॉर चलता था अमेरिका और सोवियत संघ (अब रूस) के बीच. दोनों ने कोरिया को बांट दिया. दक्षिणी हिस्से पर अमेरिका ने अपना नियंत्रण रखा और उत्तरी हिस्सा सोवियत के पास गया.

1948 के 15 अगस्त को दोनों जगह अलग-अलग सरकारें बनीं. उत्तर कोरिया बना 'डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया' और दक्षिण बना 'रिपब्लिक ऑफ कोरिया'. उत्तरी कोरिया की राजधानी बनी प्योंगयोंग और दक्षिण कोरिया ने सियोल को अपनी राजधानी बनाया.

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उत्तर कोरिया बस नाम का डेमोक्रेटिक रिपब्लिक था. असल में वहां राजशाही थी जिसके मुखिया किम इल-संग थे. किम जोंग-उन के दादा. वहीं, दक्षिण कोरिया में अमेरिका ने सिंगमैन री को सत्ता में बैठाया. सिंगमैन री कम्युनिस्ट सिस्टम के कट्टर विरोधी थी.

कोरियन वॉर ने दुनिया को दो धड़ों में बांट दिया था. (फाइल फोटो- Getty Images)

फिर हुई दोनों में जंग...

इस बंटवारे के बाद दुश्मनी शुरू हो गई. किम इंल-संग ने 25 जून 1950 को अपनी सेना दक्षिण कोरिया की तरफ भेज दी. उनका कहना था कि वो दक्षिण को मिलाकर कोरिया का एकीकरण करेंगे. इससे जंग छिड़ गई. इसे 'कोरियाई युद्ध' कहा जाता है.

अमेरिका समेत 15 देश दक्षिण कोरिया के साथ आए. जबकि, उत्तर कोरिया का रूस और चीन की सेना ने दिया. तीन साल तक युद्ध चला. लाखों लोग मारे गए. 27 जुलाई 1953 को ये युद्ध रुक गया. मगर खत्म नहीं हुआ. क्योंकि उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच शांति समझौता नहीं हो सका था. लिहाजा, तकनीकी तौर पर ये युद्ध अभी भी चल ही रहा है.

युद्ध थमने के बाद साउथ कोरिया अमेरिकी मदद से आगे बढ़ता रहा. वहां लोकतंत्र है. इंडस्ट्री है और एक संपन्न राष्ट्र है. दूसरी ओर तानाशाही में नॉर्थ कोरिया लुढ़कता रहा. वहां गरीबी है. लोगों के पास सीमित आजादी है. दुनिया से भी कटा हुआ है.

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बंटवारे और युद्ध करने के बाद भी साउथ और नॉर्थ कोरिया में तनाव खत्म नहीं हुआ है. दोनों के बीच संघर्ष चलता रहता है. अब एक बार फिर से दोनों आमने-सामने आ गए हैं.

 

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