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पाकिस्तान में अब ईसाई समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. बुधवार को पंजाब प्रांत में कम से कम पांच चर्च पर हमले किए गए. गुस्साई भीड़ चर्च के अंदर तक घुस आई और जमकर तोड़फोड़ की. चर्च में आग भी लगा दी गई. कहा जा रहा है कि ईशनिंदा के आरोप में चर्चों पर हमले किए जा रहे हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ये घटना फैसलाबाद जिले के जरानवाला की है. ये जगह लाहौर से 130 किलोमीटर दूर है.
जरानवाला के पादरी इमरान भट्टी ने स्थानीय मीडिया ने बताया कि भीड़ ने पांच चर्च में आग लगा दी गई. गुस्साई भीड़ ने जरानवाला में सेल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेसबिटेरियन चर्च, अलायड फाउंडेशन चर्च पर हमला किया. इनके अलावा दो और चर्च को निशाना बनाया गया.
हालांकि, एक सवाल के जवाब में अमेरिका के गृह विभाग ने बताया है कि पाकिस्तान में ईसाई मोहल्ले में आठ चर्च को जला दिया गया है.
ये सारा बवाल कुरान के कथित अपमान से जुड़ा है. पुलिस के मुताबिक, एक ईसाई व्यक्ति और उसकी बहन ने कथित तौर पर कुरान का अपमान किया और आपत्तिजनक टिप्पणी की.
भट्टी बताया कि भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी ईसाई व्यक्ति के घर को भी तहस-नहस कर दिया. और एक ईसाई कब्रिस्तान में भी तोड़फोड़ कर दी.
पुलिस ने क्या बताया?
- जरानवाला पुलिस थाने के अधिकार आसिफ अली ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चामरा मंडी के मुहम्मद अफजल और चार अन्य मुसलमानों ने राजा अमीर मसीह और उसकी बहन राकी मसीह पर कुरान का अपमान करने और पैगम्बर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है.
- शिकायत पर पुलिस ने भाई-बहन पर पाकिस्तान पीनल कोड की धारा 295-C और 295-B के तहत केस दर्ज कर लिया है.
- पुलिस ने बताया कि मसीह परिवार भाग गया है. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई है. पुलिस ने आरोपी के घर को भी घेर लिया है.
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बिशप का आरोप- पुलिस बनी रही तमाशबीन
- ईसाई नेताओं ने आरोप लगाया है कि भीड़ जब चर्च पर हमले कर रही थी, तब पुलिस तमाशबीन खड़ी रही.
- चर्च ऑफ पाकिस्तान के अध्यक्ष बिशप आजाद मार्शल ने कहा कि बाइबल का अपमान किया गया है और ईसाइयों पर कुरान को अपमानित करने का झूठा आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया गया.
कितना कठोर है ईशनिंदा कानून?
- पाकिस्तान में ईशनिंदा करने पर सजा-ए-मौत का प्रावधान है. पाकिस्तान पर अक्सर आरोप लगते हैं कि वहां के अल्पसंख्यक हिंदू और ईसाइयों पर ईशनिंदा के तहत केस चलाया जाता है और कइयों को सजा भी दी गई है.
- पाकिस्तान में कुरान या पैगम्बर का अपमान करने पर आजीवन कारावास से लेकर मौत की सजा तक हो सकती है.
- पाकिस्तान पीनल कोड की धारा 295-C में पैगम्बर का अपमान करने पर आजीवन कारावास से लेकर मौत की सजा का प्रावधान है. वहीं, धारा 295-B के तहत, कुरान को अपमानित करने का दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास की सजा हो सकती है.
- पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय हैं. पिछले साल जून में सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस की रिपोर्ट आई थी. इसमें बताया गया था कि पाकिस्तान में 22.10 लाख हिंदू और 18.73 लाख ईसाई रहते हैं.
पाकिस्तान में ईशनिंदा के बड़े मामले
- 5 अगस्त 2023: दक्षिणी बलूचिस्तान के तुरबत शहर में अंग्रेजी के टीचर अब्दुल रऊफ बलोच की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब्दुल रऊफ पर उनके स्टूडेंट्स ने ही ईशनिंदा का आरोप लगाया था.
- 12 फरवरी 2022: पंजाब प्रांत में 300 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला. उस पर कुरान का अपमान करने का आरोप लगा था. पुलिस ने उस व्यक्ति को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने पथराव कर दिया था.
- 8 फरवरी 2022: सिंध प्रांत की स्थानीय अदालत ने हिंदू शिक्षक नौटन लाल को ईशनिंदा के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. लाल पर 2019 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर पैगम्बर का अपमान करने का आरोप था.
- 3 दिसंबर 2021: बौद्ध श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेज प्रियंता कुमारा को मुसलमानों की भीड़ ने पहले टॉर्चर किया और फिर जलाकर मार डाला. कुमारा पर पैगम्बर के नाम वाले पोस्टरों का अपमान करने का आरोप लगा था.
- सितंबर 2021: लाहौर कोर्ट ने एक स्कूल की प्रिंसिपल सीमा तनवीर को ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. सीमा तनवीर ने खुद के पैगम्बर होने का दावा किया था. उन्हें सितंबर 2013 में गिरफ्तार किया गया था.
- सितंबर 2020: लाहौर की एक अदालत ने ईसाई पुरुष आसिफ परवेज को ईशनिंदा वाले मैसेज भेजने का दोषी मानते हुए मौत की सजा सुनाई थी. परवेज ने मैसेज अपने सुपरवाइजर को भेजे थे. उसका दावा था कि उसके सुपरवाइजर ने उसे इस्लाम में कन्वर्ट करने की कोशिश की थी. हालांकि, कोर्ट ने उसके दावे को खारिज कर दिया था.
- दिसंबर 2019: मुल्तान की एक यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रहे जुनैद हाफिज को ईशनिंदा के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी. हाफिज पर फेसबुक पर पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में 2013 में गिरफ्तार किया गया था. 2014 में हाफिज के वकील की भी हत्या कर दी गई थी.
- अप्रैल 2017: अब्दुल वली खान यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट मशाल खान को गुस्साई भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. मशाल खान पर ईशनिंदा से जुड़ा कंटेंट ऑनलाइन पोस्ट करने का आरोप था.
- जून 2016: फेसबुक पर ईशनिंदा से जुड़ा कंटेंट पोस्ट करने के आरोप में एंटी-टेरर कोर्ट ने 30 साल के शिते तैमूर रजा को मौत की सजा सुनाई थी. रजा को उसी साल ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
- सितंबर 2014: कराची यूनिवर्सिटी में इस्लामिक स्टडीज के डीन शकील औज की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. औज पर ईशनिंदा का आरोप था.