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फैक्ट चेक: वैक्सीन जुटाने के लिए मोदी सरकार ने नहीं किया सोनू सूद पर मुकदमा, फर्जी है ये दावा

क्या बीजेपी सरकार ने एक्टर सोनू सूद पर अवैध तरीके से वैक्सीन जुटाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर कर दिया है? सोशल मीडिया पर कुछ लोग ऐसा ही दावा कर रहे हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
भाजपा सरकार ने एक्टर सोनू सूद पर अवैध तरीके से वैक्सीन जुटाने का आरोप लगाते हुए उन पर मुकदमा कर दिया है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
भाजपा सरकार ने सोनू सूद के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं किया है. हालांकि मुंबई हाईकोर्ट के आदेश पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद और वितरण संबंधी एक मामले में सोनू की भूमिका को लेकर जांच चल रही है.

क्या बीजेपी सरकार ने एक्टर सोनू सूद पर अवैध तरीके से वैक्सीन जुटाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर कर दिया है? सोशल मीडिया पर कुछ लोग ऐसा ही दावा कर रहे हैं. लोग तंज कस रहे हैं कि बीजेपी ने ऐसा जलन के मारे किया, क्योंकि सोनू की लोकप्रियता अब पीएम नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा हो चुकी है.

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रेलवे प्लेटफॉर्म पर खड़े सोनू की एक तस्वीर फेसबुक  पर धड़ल्ले से शेयर की जा रही है, जिसके नीचे लिखा है, “मोदी सरकार ने किया सोनू सूद पर मुकदमा. कहा इतने वैक्सीन तुम्हारे पास कहां से आए. अब देश में अच्छे काम करने वालो को कीमत चुकानी पड़ती है.” एक फेसबुक यूजर  ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “कोई बताएगा मोदी सरकार ऐसा क्यों कर रही है.”

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि बीजेपी सरकार ने वैक्सीन जुटाने को लेकर सोनू सूद पर कोई मुकदमा नहीं किया है. हालांकि, ये बात सच है पिछले दिनों रेमडेसिविर इंजेक्शन संबंधी एक मामले में सोनू का नाम आया था और मुंबई हाईकोर्ट के निर्देश पर इसकी जांच चल रही है.

क्या है सच्चाई
एक्टर सोनू सूद की पीआर टीम की एक सदस्य ने हमें बताया, “ये सच है कि सोनू कोविड टीकाकारण जागरूकता संबंधी एक अभियान से जुड़े हैं. लेकिन इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि वैक्सीन जुटाने को लेकर बीजेपी सरकार ने सोनू पर मुकदमा कर दिया.”

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वैक्सीन जागरूकता की ‘संजीवनी’ बांट रहे सोनू
अप्रैल 2021 में फेडरल बैंक ने सोनू सूद की संस्था ‘सोनू सूद फाउंडेशन’ और ‘नेटवर्क 18 मीडिया ग्रुप’ के साथ साझेदारी में एक कोविड टीकाकरण जागरूकता अभियान शुरू किया था, जिसका नाम था ‘संजीवनी: ए शॉट ऑफ लाइफ’. फेडरल बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, विभिन्न एनजीओ, सरकारी संस्थाओं और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की सहभागिता से चलाए जा रहे इस अभियान का मकसद है वैक्सीन संबंधी भ्रांतियां दूर करना और संपन्न-सक्षम लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करना कि वे वंचित लोगों का टीकाकरण कराने में मदद करें. सोनू सूद ने खुद भी इसी अभियान के लॉन्च इवेंट में वैक्सीन लगवाई थी.

 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी इस अभियान की प्रशंसा की थी. सोनू पंजाब में कोविड टीकाकरण मुहिम के ब्रांड एम्बेस्डर भी हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 11 अप्रैल 2021 को एक ट्वीट के जरिये इस बात की घोषणा की थी.  

कोविड महामारी की पहली लहर के दौरान जहां एक्टर सोनू सूद ने बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया था, वहीं दूसरी लहर के दौरान उन्होंने लोगों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड, दवाओं आदि की व्यवस्था की थी.

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रेमडेसिविर को लेकर फंसा पेंच
हाल ही में अवैध तरीके से रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद और वितरण संबंधी एक मामले की सुनवाई के दौरान मुंबई हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को आदेश दिया था कि वो इसमें एक्टर सोनू सूद और कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी की भूमिका की जांच करे. कोर्ट ने कहा था कि इन लोगों ने खुद को एक तरह का मसीहा दिखाया और इस बात की पड़ताल भी नहीं की कि दवाएं नकली तो नहीं हैं और आपूर्ति वैध है या नहीं. 17 जून 2021 को छपी ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले की जांच अभी चल रही है.

अगर बीजेपी ने सचमुच वैक्सीन से जुड़े किसी मामले को लेकर एक्टर सोनू सूद पर मुकदमा किया होता तो इसे लेकर मीडिया में चर्चा जरूर होती. पर हमें ऐसी कोई भी न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें बीजेपी की तरफ से सोनू पर मुकदमा किए जाने की बात लिखी हो. साफ है कि ये दावा एकदम मनगढ़ंत है.
 

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