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फैक्ट चेक: ‘छावा’ देख कर निकली भीड़ ने दरगाह में लगाए ‘जय श्री राम’ के नारे? इस वीडियो की कहानी कुछ और है 

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में मिला. लेकिन यहां वीडियो को हाजी मलंग दरगाह का बताया गया है. एक इंस्टाग्राम पेज पर इस वीडियो को महाराष्ट्र का बताया गया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो मुंबई की हाजी अली दरगाह का है, जहां 'छावा' फिल्म देखने के बाद आक्रोशित लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो मुंबई की हाजी अली दरगाह का नहीं, बल्कि ठाणे की हाजी मलंग दरगाह का है जहां माघी पूर्णिमा पर हर साल आरती की जाती है. ये वीडियो 'छावा' फिल्म की रिलीज से पहले का है.

क्या संभाजी महाराज पर बनी फिल्म 'छावा' देखने के बाद कुछ लोग मुंबई की हाजी अली दरगाह में दाखिल होकर 'जय श्री राम' के नारे लगाने लगे? सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए कई लोग यही दावा कर रहे हैं. वीडियो में भगवा रंग का अंगवस्त्र पहने हुए कुछ लोग एक मजार के चारों ओर खड़े हैं और ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे हैं.

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दरअसल, फिल्म 'छावा' की रिलीज के बाद से मूवी थियेटर के ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे हैं जिनमें लोग भावुक होकर शिवाजी और संभाजी महाराज के सम्मान में जयकारा लगा रहे हैं. और साथ ही मुगल शासक औरंगजेब की आलोचना भी कर रहे हैं. इसी संदर्भ में वायरल वीडियो शेयर किया जा रहा है. 

वीडियो को थ्रेड्स पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “थियेटर में फिल्म छावा देखने के बाद शो खत्म होने पर सभी लोग हाजी अली में दाखिल हुए. महाराष्ट्र मुंबई के हिंदू मराठे जाग चुके हैं अब.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो मुंबई की हाजी अली दरगाह का नहीं, बल्कि ठाणे की हाजी मलंग दरगाह का है. साथ ही, ये वीडियो छावा फिल्म से रिलीज से पहले का है.

कैसे पता चली सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में मिला. लेकिन यहां वीडियो को हाजी मलंग दरगाह का बताया गया है. एक इंस्टाग्राम पेज पर इस वीडियो को महाराष्ट्र का बताया गया है.

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इसके साथ ही हमें '@atish_mhatre__25' नाम का एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला जहां इस वीडियो को 12 फरवरी को शेयर किया गया था. बता दें कि 'छावा' फिल्म 14 फरवरी को रिलीज हुई थी. यानी ये वीडियो फिल्म की रिलीज से पहले का है.

 

 

'@atish_mhatre__25' ने इसे ‘मच्छीन्द्रनाथ की आरती’ का बताया है. इस जानकारी के आधार पर हमें पता चला कि हाजी मलंग दरगाह महाराष्ट्र के ठाणे में स्थित है. खबरों के अनुसार, हाजी मलंग दरगाह के बारे में मुस्लिम और हिन्दू समुदाय के लोग अलग-अलग दावा करते हैं. जहां मुस्लिम समुदाय इसे हाजी मलंग शाह की दरगाह बताता है, वहीं हिन्दू समुदाय इसे मच्छीन्द्रनाथ की समाधि मानता है.

इसके बाद हमने ये वीडियो आजतक के ठाणे संवाददाता मिथलेश गुप्ता को भेजा. मिथलेश ने हमें बताया कि वीडियो ठाणे की हाजी मलंग दरगाह का ही है. उन्होंने पूरी कहानी बताते हुए कहा कि हर साल माघी पूर्णिमा के दिन हिन्दू समुदाय के लोग दरगाह पर आकर आरती करते हैं और भगवा चादर चढ़ाते हैं.

मिथलेश ने बताया कि हर साल महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी यहां आते हैं, और वो इस बार 12 फरवरी को भी आए थे. खुद एकनाथ शिंदे ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर हाजी मलंग दरगाह में जाकर भगवा चादर चढ़ाने की जानकारी दी थी.

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दरअसल, माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रीमलंगड यात्रा का आयोजन हर साल किया जाता है. यह यात्रा श्रीमलंगड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को संरक्षित करने के उद्देश्य से दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे द्वारा शुरू की गई थी. समय के साथ यह परंपरा और मजबूत होती गई और इस साल दोनो शिव सेना के कई दिग्गज नेता इस यात्रा में शामिल हुए.

साथ ही, हमें मुंबई की हाजी अली दरगाह में इस तरह की किसी घटना से जुड़ी कोई हालिया रिपोर्ट नहीं मिली.

साफ है, ठाणे की दरगाह में माघी पूर्णिमा पर की गई आरती के वीडियो को मुंबई की हाजी अली दरगाह का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.

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