मोहन यादव के मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद से उनका एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इसमें कुछ लोगों के बीच झड़प होती दिख रही है. ऐसा लगा रहा है कि इस झगड़े के दौरान मोहन एक शख्स पर नाराज होते हुए उसे गाली दे रहे हैं.
अब वीडियो को हाल-फिलहाल का बताकर तंज कसा जा रहा है कि एमपी के नए सीएम जनता के साथ बदसलूकी कर रहे हैं. एक व्यक्ति ने वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा कि मोहन यादव तो अभी से गाली-गलौज कर रहे हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई?
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि मोहन यादव का ये वीडियो अभी का नहीं बल्कि साल 2018 का है. उस समय मोहन यादव सिर्फ उज्जैन के विधायक थे.
कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें वीडियो के बारे में छपी कुछ रिपोर्ट्स मिलीं. “नवभारत टाइम्स” की 30 अक्टूबर, 2023 को छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि मोहन यादव का ये वीडियो विधानसभा चुनाव से पहले वायरल हुआ था. एमपी कांग्रेस ने इस वीडियो को 30 अक्टूबर, 2023 को ट्वीट कर तत्कालीन शिक्षा मंत्री मोहन यादव पर निशाना साधा था.
लेकिन इस खबर में ये भी बताया गया है कि मोहन यादव का ऐसा ही एक वीडियो 2018 में भी वायरल हुआ था. इस जानकारी की मदद से सर्च करने पर हमें नवंबर 2018 का एक फेसबुक पोस्ट मिला. उपेन्द्र यादव नाम के व्यक्ति द्वारा शेयर किए गए इस पोस्ट में वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है. एक मिनट लंबे इस वीडियो के आखिर में वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ उपेंद्र ने लिखा था कि उज्जैन दक्षिण विधानसभा के विधायक मोहन यादव की दीपक मेहरे नाम के एक दलित से लड़ाई हो गई थी. उपेंद्र के अनुसार, मोहन ने उन्हें खुलेआम मां-बहन की गालियां दी थीं.
यहां बात साफ हो जाती है कि मोहन यादव का ये वीडियो पांच साल से ज्यादा पुराना है, जिसे हाल-फिलहाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.