प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के दिन, यानी 14 जनवरी को 3.5 करोड़ से भी अधिक लोगों ने स्नान किया और पहले दो दिनों में ही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 5 करोड़ हो गई है. इस बीच कुछ सोशल मीडिया यूजर्स एक तस्वीर शेयर करते हुए कह रहे हैं कि महाकुंभ में आए इन करोड़ों लोगों में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम भी शामिल है. फोटो में अखिलेश पानी में खड़े हैं और उन्हें देखकर लग रहा है कि तस्वीर खिंचने के ठीक पहले उन्होंने डुबकी लगाई थी.
तस्वीर को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक शख्स ने लिखा, “सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी द्वारा सनातनियों को मुहतोड़ जवाब देते हुए कुंभ में स्नान किया अब सनातनी हिंदुओं का सारा का सारा वोट सपा को मिलेगा बाबा जी अभी तक नहीं नहाए है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीर महाकुंभ की नहीं, बल्कि हरिद्वार की है जहां 14 जनवरी, 2025 को अखिलेश ने गंगा स्नान किया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
अगर अखिलेश यादव जैसे कद्दावर नेता महाकुंभ में आए होते तो इस बारे में खबरें जरूर छपतीं. लेकिन, हमें खोजने से इस बारे में कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
रिवर्स सर्च की मदद से हमें वायरल तस्वीर अखिलेश यादव के एक ट्वीट में मिली. 14 जनवरी, 2025 के ट्वीट में इस फोटो के साथ दो और तस्वीरें शेयर करते हुए अखिलेश ने लिखा था, “मकर संक्रांति के पावन पर्व पर लिया मां गंगा का आशीर्वाद.”
इसके बाद हमें इस बारे में छपी न्यूज रिपोर्ट्स भी मिल गईं. इनमें बताया गया है कि अखिलेश यादव ने मकर संक्रांति पर हरिद्वार में गंगा स्नान किया था. ये अखिलेश का एक निजी दौरा था, जिसके बारे में हरिद्वार में पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं को भी जानकारी नहीं दी गई थी. दौरे के बाद उन्होंने अपनी फोटो शेयर की थीं, जिनमें अखिलेश हरिद्वार के वीआईपी घाट पर गंगा में डुबकी लगाते नजर आए.
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अखिलेश 14 जनवरी को उत्तराखंड के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे थे और फिर वहां से वो हरिद्वार के लिए रवाना हो गए थे. वहां उन्होंने गंगा में डुबकी लगाई. साथ ही, परिवार के साथ नमामि गंगे घाट पर पूजा-अर्चना कर चाचा राजपाल सिंह यादव की अस्थियां गंगा में विसर्जित की थीं. राजपाल का 9 जनवरी को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था.
अगले ही दिन, यानी 15 जनवरी को मीडिया से बातचीत करते वक्त अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने दावा किया कि इतने संसाधन होने के बावजूद महाकुंभ आ रहे लोगों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है, और सरकार को इन कमियों को दूर करने के लिए कदम उठाना चाहिए.
उन्होंने कहा, “हरिद्वार से लेकर कोलकाता तक गंगा बहती है, जो गंगा में जहां डुबकी लगाना चाहे वहां लगा सकता है, सभी जगह का अपना महत्व है. कल मैं हरिद्वार में था और संक्रांति पर डुबकी लगाई थी.” वहीं, प्रयागराज जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि वो संगम तब जाएंगे, जब मां गंगा बुलाएंगी.
बता दें कि 27 जनवरी, 2019 को अखिलेश यादव अखाड़ा परिषद के आमंत्रण पर प्रयागराज में हुए कुंभ मेले में पहुंचे थे और तब अर्धकुंभ के दौरान उन्होंने संगम में स्नान किया था.
खबर लिखे जाने तक अखिलेश यादव प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करने नहीं पहुंचे हैं.