दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो बोल रहे हैं कि पहले तो हम गरीब जनता को चूसते हैं और फिर उनके ऊपर दान करते हैं.
वीडियो को शेयर करने वाले लोग दावा कर रहे हैं कि इससे केजरीवाल की असलियत पता चलती है कि वो कितने 'शातिर' और 'मक्कार' हैं. लोग वीडियो पर कमेंट कर रहे हैं कि “दिल्लीवालों देखो ये हैं तुम्हारे केजरीवाल”.
देखने में केजरीवाल का ये वीडियो काफी पुराना लग रहा है.
केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ये वीडियो ‘एक्स’, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्कइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
‘आज तक’ फैक्ट चेक ने पाया कि अरविंद केजरीवाल का ये वीडियो अधूरा है. दरअसल उन्होंने इस व्यवस्था पर सवाल उठाए थे जिसमें पहले तो धोखे से गरीब जनता से पैसे ले लिए जाते हैं और फिर उसी पैसे से उनको दान दे दिया जाता है.
कैसे पता की सच्चाई?
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें पता चला कि इस वीडियो को अरविंद केजरीवाल पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एन इनसिगनिफिकेंट मैन' से लिया गया है. 2017 में रिलीज हुई ये फिल्म केजरीवाल के सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बनने के सफर पर आधारित है, जिसका निर्देशन विनय शुक्ला ने किया है.
ये फिल्म स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के यूट्यूब चैनल पर मौजूद है. फिल्म में 8:48 मिनट के बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा आता है. दिखता है कि केजरीवाल, गाजियाबाद स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय में कुछ लोगों से बातचीत कर रहे हैं.
उनके पास बैठा एक आदमी केजरीवाल से कहता है कि “मेरे पास एक प्रोजेक्ट है, हम हर साल 1001 गरीब लड़कियों की शादी करेंगे, लेंगे किसी से कुछ नहीं.”
इस पर केजरीवाल कहते हैं, “देखो ऐसी हालत ही क्यों है कि आपको चैरिटी करनी पड़े. पहले तो हम गरीब जनता को चूसते हैं फिर उनके ऊपर दान करते हैं. हम 1000 लड़कियों की शादी करेंगे, अगर हम उनकी आय बढ़ा दें, ये जो व्यवस्था है जो हर आदमी को चूस रही है अगर हम इस व्यवस्था को ही बदल दें”.
इसके बाद आदमी कहता है कि गरीबों की आय बढ़ाने में काफी समय लगेगा. इस पर केजरीवाल बोलते हैं कि वो इस बात से सहमत नहीं हैं. वो कहते हैं कि “सभी दान दक्षिणा में लगे हुए हैं. व्यवस्था कोई बदलना नहीं चाहता. अगर इसमें समय लगेगा तो शुरूआत तो करनी ही पड़ेगी. किसी को तो करना पड़ेगा”.
पूरा वीडियो देखने से ये साफ हो जाता है कि केजरीवाल का कहना था कि गरीबों की आय बढ़ाने पर काम होना चाहिए, जिससे उन्हें दान-दक्षिणा पर निर्भर न होना पड़े. वीडियो के एक हिस्से को उठाकर भ्रामक दावा किया जा रहा है.