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फैक्ट चेक: क्या धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में दिखाए गए औरंगजेब के पोस्टर? नहीं, ये वीडियो एक चुनावी रैली का है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह धीरेंद्र शास्त्री के पदयात्रा के दौरान का है. वीडियो में एक फ्लाईओवर के दोनों तरफ कुछ लोग खड़े नजर आ रहे हैं. हाथ में पोस्टर और तख्तियां लिए ये लोग नारेबाजी कर रहे हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा के दौरान कुछ लोगों ने औरंगजेब के पोस्टर दिखाकर उसके सर्मथन में नारे लगाए.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान औरंगाबाद में हुई एक चुनावी रैली का है. इसका धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा से कोई लेना-देना नहीं है.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री नौ दिवसीय ‘हिंदू एकता पदयात्रा’ पर हैं. इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसे शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा के दौरान कुछ लोगों ने औरंगजेब के पोस्टर दिखाते हुए ‘औरंगजेब जिंदाबाद’ के नारे लगाए.

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वीडियो में एक फ्लाईओवर के दोनों तरफ कुछ लोग खड़े नजर आ रहे हैं. हाथ में पोस्टर और तख्तियां लिए ये लोग नारेबाजी कर रहे हैं. कुछ लोगों को ‘औरंगजेब जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए भी सुना जा सकता है.

वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा को मुसलमानो ने औरंगजेब के फोटो दिखाए और नारे लगाए. औरंगजेब तेरा बाप-औरंगजेब तेरा बाप. हिंदू एक न हुऐ तो ये औरंगजेब की औलादें तुम्हारा क्या करेंगी सोच लो. वे तुम्हारी जाति देखकर गला नहीं काटते”.

 

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा से संबंधित नहीं है बल्कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एक चुनावी रैली का है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला. यहां इसे 20 नवंबर को अपलोड किया गया था. वीडियो के कैप्शन में इसे महाराष्ट्र के औरंगाबाद का बताया गया है. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा 21 नवंबर से शुरू हुई थी. यानि एक बात साफ है कि ये पदयात्रा से पहले का वीडियो है. 

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वायरल पोस्ट पर कमेंट करते हुए कुछ एक्स यूजर्स ने भी इसे महाराष्ट्र का बताया है. वीडियो में दिख रही गाड़ियों के नंबर प्लेटस पर भी महाराष्ट्र का कोड दिखता है. इनमें से एक गाड़ी पर MH-20 नंबर लिखा दिख रहा है. सर्च करने पर पता चला कि ये महाराष्ट्र के औरंगाबाद का कोड है.  

वायरल वीडियो में कहीं भी धीरेंद्र शास्त्री नजर नहीं आ रहे हैं. वीडियो में फ्लाईओवर के एक तरफ कुछ लोगों के हाथ में ‘वोट फॉर जावेद कुरैशी’ का पोस्टर है और दूसरी तरफ खुली जीप में सवार लोगों के पास बीजेपी के झंडे और शिवसेना (शिंदे गुट) का चुनाव चिन्ह तीर-कमान देखा जा सकता है.

 

आजतक के औरंगाबाद संवाददाता किशोर निकम ने हमें बताया कि ये वीडियो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान हुई एक इलेक्शन रैली का है. वीडियो में जीप में औरंगाबाद सेंट्रल सीट से शिवसेना (शिंदे गुट) के उम्मीदवार प्रदीप शिवनारायण हैं. इसी सीट से वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के उम्मीदवार मोहम्मद जावेद कुरैशी भी चुनावी मैदान में थे.

हमने शिवसेना (शिंदे-गुट) के प्रदीप शिवनारायण से संपर्क किया. उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की कि ये वीडियो औरंगाबाद का ही है. वीडियो में वे खुद अपने समर्थकों के साथ हैं और दूसरी तरफ मोहम्मद कुरैशी के समर्थक हैं.

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गौरतलब है कि प्रदीप शिवनारायण ने औरंगाबाद सेंट्रल सीट पर कुल 85459 वोटों के साथ जीत दर्ज की है. वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी के मोहम्मद जावेद कुरैशी को 12639 वोट मिले. 

हालांकि, पुलिस ने हमें बताया कि चूंकि इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, इसलिए वे इसपर कुछ टिप्पणी नहीं कर सकते.

आजतक स्वतंत्र रूप से वीडियो में लगाए गए नारों की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एक इलेक्शन रैली का है. इसे भ्रामक तरीके से धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

(रिपोर्ट: अभिषेक पाठक)

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