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पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव के लिए हो रही तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है. इस बार बीजेपी, बंगाल जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकती हुई नजर आ रही है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग जमकर शेयर की जा रही है. इसके जरिये दावा किया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह की करीबी और बंगाल बीजेपी की एक नेता जूही चौधरी बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुई हैं.
'पत्रिका' अखबार की इस कटिंग में बताया गया है कि जूही चौधरी बीजेपी महिला मोर्चे की महासचिव थीं और उन्हें पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही, पोस्ट में अमित शाह की एक फोटो भी है जिसमें उनके नजदीक एक महिला खड़ी दिख रही है. इस तस्वीर के जरिये पोस्ट में ऐसा दिखाने की कोशिश की गई है कि ये महिला जूही चौधरी ही है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पोस्ट में किया गया दावा पूरी तरह से सही नहीं है. ये बात सच है कि बीजेपी नेता जूही चौधरी बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुईं थीं, लेकिन ये मामला मार्च 2017 का है, अभी का नहीं.
इसके अलावा पोस्ट में अमित शाह वाली तस्वीर में दिख रही महिला जूही चौधरी नहीं बल्कि हाल ही में ड्रग्स रखने के मामले में गिरफ्तार हुईं बंगाल बीजेपी कार्यकर्ता पामेला गोस्वामी हैं. पोस्ट के कैप्शन में लिखा है "अमित शाह की करीबी...बंगाल भाजपा नेता जूही चौधरी बच्चों की तस्करी में गिरफ़्तार...". फेसबुक पर कुछ लोग सिर्फ न्यूज कटिंग को शेयर करते हुए लिख रहे हैं "टिकिट खरीदना है चुनाव लड़ना है उसके लिए पैसे तो चाहिए बिजनिस सारे ठप्प पड़े है इसलिए अब आपके बच्चे भी बेचे जा रहे है."
ट्विटर पर भी ये तस्वीर वायरल हो रही है. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे पता की सच्चाई?
न्यूज कटिंग में लिखी खबर को कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें इसको लेकर मार्च 2017 में प्रकाशित हुईं कई रिपोर्ट्स मिलीं. रिपोर्ट्स के अनुसार पश्चिम बंगाल सीआईडी ने जूही चौधरी को 1 मार्च 2017 को भारत-नेपाल बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया था. उन पर कम से कम 17 बच्चों की तस्करी में संलिप्त होने का आरोप था. इस मामले में कुछ और लोग भी गिरफ्तार हुए थे.
गिरफ्तारी के समय जूही चौधरी बंगाल में बीजेपी महिला मोर्चे की महासचिव थीं. इस मामले के खुलासे के बाद जूही को इस पद से हटा दिया गया था. तस्करी के इस केस में बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी सांसद रूपा गांगुली का नाम भी उछला था और दोनों से पुलिस ने पूछताछ भी की थी.
'पत्रिका' की एक खबर के मुताबिक जुलाई 2019 में जूही चौधरी को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी. वायरल न्यूज कटिंग मार्च 2017 में भी सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी.
आपके यहां सस्ता वाला d2h लग हे क्या कल ही न्यूज़ में भी दिखाया था , और आज पेपर में भी हे।@ArvindKejriwal pic.twitter.com/SXaxIMTRSn
— Abhilash Singh (@Abhilash_Singh9) March 2, 2017
अमित शाह की इस तस्वीर में नहीं हैं जूही चौधरी
हमने अमित शाह वाली तस्वीर को रिवर्स सर्च किया. पता चला कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने फोटो को पोस्ट करते हुए दावा किया था कि इसमें दिख रही महिला पामेला गोस्वामी हैं. पश्चिम बंगाल में बीजेपी युवा मोर्चा की नेता पामेला गोस्वामी को पिछले महीने कोकीन रखने के आरोप में कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था. खोजने पर हमें "Pamela Goswami" नाम का एक फेसबुक पेज मिला जहां पर इस तस्वीर को पिछले साल 7 नवंबर को अपलोड किया गया था. यहां तस्वीर को कोलकाता स्थित "The Westin Kolkata Rajarhat" होटल का बताया गया है.
इसी समय पोस्ट की गई पामेला गोस्वामी की कुछ अन्य तस्वीरों को देखकर ये साफ हो जाता है कि वायरल तस्वीर में अमित शाह के पास खड़ी दिख रही महिला पामेला ही हैं. अमित शाह भी पिछले साल 5 -6 नवंबर को पश्चिम बंगाल के दो दिन के दौरे पर थे और कोलकाता में उन्होंने 6 नवंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस भी की थी.
इस प्रेस कांफ्रेंस की कुछ तस्वीरों में अमित शाह को वही कपड़े और मास्क पहने देखा जा सकता है जैसा कि वायरल तस्वीर में नजर आ रहा है. इससे इस बात की पुष्टि हो जाती है कि तस्वीर पामेला गोस्वामी की है और इसे कोलकाता में खींचा गया था.
यहां हमारी जांच में साबित होता है कि बंगाल चुनाव को देखते हुए बच्चों की तस्करी से जुड़ी चार साल पुरानी खबर को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है. साथ ही, पोस्ट में पामेला गोस्वामी की तस्वीर को जूही चौधरी का बताकर अमित शाह पर भी निशाना साधा जा रहा है.