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फैक्ट चेक: बाइडेन के शपथ-ग्रहण में भारत को नहीं मिला आमंत्रण? गलत है दावा

जो बाइडेन ने 20 जनवरी को शपथ ली और इसी के साथ डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस से विदाई हो गई. अब इसे ही ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि बाइडेन ने अपने शपथ-ग्रहण समारोह में भारत के सभी पड़ोसी देशों को आमंत्रित किया लेकिन भारत को आमंत्रित नहीं किया.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने शपथ-ग्रहण समारोह में भारत के सभी पड़ोसी देशों को आमंत्रित किया लेकिन भारत को आमंत्रित नहीं किया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
अमेरिका में परंपरा है कि राष्ट्रपति के शपथ-ग्रहण समारोह में विदेशी नेताओं को आमंत्रित नहीं किया जाता, लेकिन राजदूतों को आमंत्रित किया जाता है. बाइडेन के शपथ-ग्रहण में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू मौजूद थे.

अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन ने 20 जनवरी को शपथ ली और इसी के साथ डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस से विदाई हो गई. अब इसे ही ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि बाइडेन ने अपने शपथ-ग्रहण समारोह में भारत के सभी पड़ोसी देशों को आमंत्रित किया लेकिन भारत को आमंत्रित नहीं किया.

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पोस्ट में लिखा है, “USA में बाइडेन की शपथ ग्रहण मे भारत के सभी पड़ौसी देशों को निमंत्रण मिला! लेकिन भारत को नहीं मिला ऐसा क्यों हुआ..??”

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है. अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू को बाइडेन के शपथ-ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था और वे समारोह में शामिल भी हुए. इसके अलावा, अमेरिका में परंपरा है कि राष्ट्रपति के शपथ-ग्रहण समारोह में किसी दूसरे देश के नेता को आमंत्रित नहीं किया जाता.

ऐसी ही कुछ पोस्ट के वर्जन यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

AFWA की पड़ताल

इंटरनेट पर कीवर्ड सर्च की मदद से हमने पाया कि अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू को बाइडेन के शपथ-ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था.

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वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास के आधि‍कारिक ट्विटर अकाउंट से 20 जनवरी को बाइडेन के शपथ-ग्रहण में शामिल हुए संधू की तस्वीरें शेयर की गईं. इनके साथ कैप्शन में लिखा गया, “अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर  और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के दौरान कैपिटल में राजदूत तरनजीत सिंह संधू.”

इस ट्वीट को बाद में री-ट्वीट करते हुए संधू ने लिखा, “ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने पर खुशी हुई!”. 

कई मीडिया संस्थानों ने बाइडेन के शपथ-ग्रहण समारोह में भारतीय राजदूत के शामिल होने की खबरें प्रकाशि‍त की हैं.

संधू के अलावा, अमेरिकी राजधानी में कई और विदेशी राजदूतों को भी बाइडेन के शपथ-ग्रहण में आमंत्रित किया गया था. इनमें से चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, रूस, ताइवान आदि शामिल हैं.

गौरतलब है कि अमेरिका में ये परंपरा है कि शपथ-ग्रहण के दौरान नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ही मुख्य अतिथि होता है और इस अवसर पर किसी राष्ट्र के प्रमुख या किसी विदेशी नेता को आमंत्रित नहीं किया जाता.

14 जनवरी, 2021 को पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ में छपी खबर के मुताबिक, कोरोना वायरस महामारी और हिंसा की आशंका के चलते बाइडेन के शपथ-ग्रहण के लिए बनी समिति के सदस्यों ने ये पुष्टि भी की थी कि वे समारोह में विदेशी नेताओं को आमंत्रित नहीं कर रहे हैं. समिति ने अमेरिकी नागरिकों से भी अपील की थी कि वे समारोह अपने घर पर ही देखें.

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बीते नवंबर में सोशल मीडिया पर ये भी अफवाह उड़ी थी कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमेहन सिंह जो बाइडेन के शपथ-ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि‍ होंगे. इंडिया टुडे ने इस दावे का खंडन करते हुए खबर भी छापी थी.

पड़ताल से साफ है कि बाइडेन के शपथ-ग्रहण समारोह में भारत को आमंत्रित न किए जाने का दावा बेबुनियाद है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ-ग्रहण में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को आमंत्रित किया गया था और वे समारोह में शामिल भी हुए थे.

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