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फैक्ट चेक: बिहार में शराब तस्करी से जोड़कर वायरल हो रही इस तस्वीर की क्या है कहानी?

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसे बिहार का बताया जा रहा है. तस्वीर में पांच युवक खड़े दिख रहे हैं, जिनकी कमर और पैरों पर ढेर सारी बोतलें चिपकी हुई दिख रही हैं. देखने में ऐसा लगता है कि ये शराब की बोतलें हैं. तस्वीर को शराब की तस्करी से जोड़ा जा रहा है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे युवाओं ने शराब प्रतिबंधित प्रदेश बिहार में शराब की तस्करी करने के लिए नई तरकीब निकाल ली है.
 सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
बिहार में शराब की तस्करी की समस्या किसी से छुपी नहीं है, लेकिन ये तस्वीर 2014 से ही सोशल मीडिया पर मौजूद है. बिहार में शराबबंदी अप्रैल, 2016 में लागू हुई थी.

बिहार में 2020 के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. कोरोना महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने गाइडलाइन्स भी जारी कर दी हैं. दूसरी तरफ, राज्य में 2016 में लागू हुई शराबबंदी के बाद से यहां के युवाओं का शराब तस्करी के धंधे में उतरना एक बड़ी समस्या बन चुका है. आए दिन बिहार में शराब तस्करी से जुड़ा कोई न कोई मामला सामने आता रहता है. इसको लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहते हैं.

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इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसे बिहार का बताया जा रहा है. तस्वीर में पांच युवक खड़े दिख रहे हैं, जिनकी कमर और पैरों पर ढेर सारी बोतलें चिपकी हुई दिख रही हैं. देखने में ऐसा लगता है कि ये शराब की बोतलें हैं. तस्वीर को शराब की तस्करी से जोड़ा जा रहा है. कहा जा रहा है कि शराब प्रतिबंधित प्रदेश बिहार में शराब की होम डिलीवरी करने के लिए युवाओं ने नई तरकीब निकाल ली है.

क्या है सच्चाई?

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. बिहार में शराब की तस्करी की बात किसी से छुपी नहीं है, लेकिन ये तस्वीर 2014 से ही सोशल मीडिया पर मौजूद है. उस समय बिहार में शराबबंदी लागू नहीं हुई थी.  

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इस तस्वीर को युवा राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी नीतीश कुमार पर हमला करते हुए साझा किया गया है.

 

तस्वीर को फेसबुक पर बिहार में शराब तस्करी से जोड़कर खूब शेयर  किया जा रहा है. वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

हमारी पड़ताल

वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें सितंबर, 2014 में किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें ये तस्वीर मौजूद थी. इस ट्वीट में तस्वीर को गोवा से जोड़ा गया है. दिसंबर, 2014 में फेसबुक पेज Chennai Memes ने भी इस तस्वीर को शेयर किया था. खोजने पर हमें 2014 का ही एक और ट्वीट मिला, जिसमें इसी से मिलती-जुलती एक और तस्वीर मौजूद थी. इस तस्वीर में युवकों का चेहरा देखा जा सकता है.

बिहार में शराब पर प्रतिबंध अप्रैल, 2016 में लगाया गया था और वायरल तस्वीर 2014 से सोशल मीडिया पर मौजूद है. इससे ये साबित हो जाता है कि तस्वीर बिहार में शराबबंदी लागू होने से पहले की है. तस्वीर का बिहार में शराबबंदी से कोई लेना-देना नहीं है.

वायरल तस्वीर कहां की है, ये कह पाना मुश्किल है. 'पत्रिका' के एक लेख में इस तस्वीर को बिहार में शराब तस्करी से जोड़कर जरूर इस्तेमाल किया गया है. इस लेख के अनुसार, बिहार में लोग इस तरह से शराब की तस्करी करते हुए पकड़े जा चुके हैं. लेकिन पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता कि ये तस्वीर बिहार की है.
 

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