
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल 2021 को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए थे. इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले जवानों को बहुत सारे लोग सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं. श्रद्धांजलि देने वालों में से कुछ लोग इस घटना में शहीद जवानों के नाम पर 17 तस्वीरों वाला एक कोलाज शेयर कर रहे हैं. सभी तस्वीरों के नीचे नाम भी लिखे हुए हैं.
एक फेसबुक यूजर ने इस कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, “बीजापुर छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में वीरगति प्राप्त हुतात्माओं को नमन... इस सूचना को सुनकर स्तब्ध हूं, किंतु योद्धा, सैनिक और विशेष रूप से राजा/नायक का कर्तव्य है वीरगति व्यर्थ ना जाने पाए.”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर बीजापुर, छत्तीसगढ़ के हालिया नक्सली हमले के शहीदों के नाम पर जो कोलाज शेयर किया जा रहा है, वो 2020 में सुकमा नक्सली हमले के शहीदों की तस्वीरों का है. इस हमले में 17 जवान शहीद हुए थे.
फेसबुक पर बहुत सारे लोग इस कोलाज को हाल में बीजापुर में हुए नक्सली हमले से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
क्या है सच्चाई
वायरल कोलाज को रिवर्स सर्च करने से हमें ‘गोंडवाना एक्सप्रेस’ नाम की वेबसाइट पर यही कोलाज मिला. यहां ये कोलाज 23 मार्च 2020 को पोस्ट किया गया था. कोलाज के साथ कैप्शन में लिखा है, ‘सुकमा नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हो गए.’
बीते साल सुकमा नक्सली हमले से जुड़ी ‘दैनिक भास्कर’ अखबार की एक रिपोर्ट में भी हमें वही कोलाज मिला, जो वर्तमान में बीजापुर, छत्तीसगढ़ की घटना के शहीदों के नाम से वायरल हो रहा है.
21 मार्च 2020 को नक्सलियों से हुई एक मुठभेड़ में 17 जवान मारे गए थे. इनमें से 12 डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवान थे और 5 स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के जवान थे. ये जानकारी ‘एएनआई’ की एक रिपोर्ट में दी गई है.
कोलाज में दिए नामों को कीवर्ड सर्च के जरिये तलाशने पर इनमें से 12 शहीदों के नाम हमें सुकमा पुलिस की वेबसाइट पर मिले. वेबसाइट में साफ लिखा है कि ये जवान 21 मार्च 2020 को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुई पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में शहीद हुए थे. छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाइट पर इस हमले में शहीद होने वाले सभी 17 जवानों के नामों का ब्यौरा दिया गया है. इस सूची का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
बीजापुर में शहीद हुए 22 जवानों में से 8 डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), 6 स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), 1 बस्तर बटालियन और 7 कोबरा 210 बटालियन के थे.
इन 22 जवानों के नाम सीआरपीएफ के आईजी एमएस भाटिया के इस ट्वीट में भी देखे जा सकते हैं. ये नाम वायरल कोलाज के नामों से एकदम अलग हैं.
#Bharatkeveer salutes the valour & supreme sacrifice of the brave jawans of @crpfindia & @CG_Police We stand shoulder to shoulder with the families of the bravehearts.Their supreme sacrifice will further strengthen our resolve in this fight against Naxalism.Jai Hind #NaxalAttack pic.twitter.com/SiZLyylxOF
— M.S.Bhatia,IPS (@MSBhatiaIPS) April 4, 2021
छत्तीसगढ़ में आठ जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें बीजापुर, सुकमा, बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर, राजनंदगांव और कोंडागांव शामिल हैं. गृह मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट और लोकसभा में दिए जवाब के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 सालों में छत्तीसगढ़ में 3,722 नक्सली हमले हुए. इन हमलों में 489 जवानों की जानें गईं. इस बारे में ‘आजतक’ की इस रिपोर्ट में विस्तार से पढ़ा जा सकता है.
‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला सुकमा जिले के ताड़मेटला में हुआ था. 6 अप्रैल 2010 को हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे.
हाल ही में साल 2017 के सुकमा नक्सली हमले के शहीदों की तस्वीरों को भी 2021 के बीजापुर नक्सली हमले के शहीदों का बताते हुए शेयर किया जा रहा था. उस वक्त भी हमने इसकी सच्चाई बताई थी.
यानी पड़ताल से साफ हो जाता है कि शहीदों के नाम और तस्वीरों का जो कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल है, वो 2020 के सुकमा नक्सली हमले से जुड़ा है.