
सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि यूपी के बिजनौर में एक मुस्लिम परिवार में तीन लोगों का मर्डर हो गया लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है.
वीडियो के जरिये सीएम योगी पर निशाना साधा जा रहा है कि यूपी में मुसलमान या दलितों के साथ कोई अपराध होता है तो अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. घटना को हाल-फिलहाल का बताते हुए यूजर्स सीएम योगी से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
वीडियो में लोगों के बीच से कुछ युवक एक-एक करके दो लाशों को एक टेम्पो में रखते हुए दिख रहे हैं. साथ में कुछ पुलिसकर्मी भी नजर आ रहे हैं.
वीडियो के साथ कैप्शन में लोग लिख रहे हैं, “बिजनौर जिले में मुस्लिम परिवार का ट्रिपल मर्डर हो गया और पुलिस मौन होकर देखती रह गई...उत्तर प्रदेश में चोरी डकैती मर्डर करना अब आम ही गया है दुर्भाग्य से हत्यारे पर कोई कार्रवाई नहीं होती...खास कर जब मरने वाला कोई मुसलमान हो या दलित हो , योगी बाबा से यूपी संभाला नहीं जा रहा है तो कुर्सी से इस्तीफा के नहीं दे देते…”.
इस कैप्शन के साथ वीडियो को एक्स और फेसबुक पर कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना है तो बिजनौर की ही लेकिन पिछले साल नवंबर की है, न कि अभी की. इस मामले में आरोपी को पकड़ लिया गया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो को कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें पता चला कि इसे कुछ पत्रकारों ने नवंबर 2024 में सोशल मीडिया पर शेयर किया था. उस समय वीडियो के साथ बताया गया था कि बिजनौर में भूरा नाम के एक व्यक्ति, उसकी पत्नी उबैदा और बेटे याकूब की पेंचकस-चाकू से हत्या कर दी गई थी. इससे ये बात तो यहीं साफ हो गई कि ये घटना पुरानी है.
इस घटना को लेकर हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं. आजतक की 14 नवंबर 2024 की खबर में बताया गया है कि तीनों की हत्या याकूब के दोस्त और पड़ोसी नाजिम उर्फ नज्जू ने की थी. उसने सोने के गहनों को पाने के लालच में इस वारदात को अंजाम दिया था.
दरअसल, नशे में याकूब ने आरोपी नाजिम से कह दिया था कि उसने कहीं से सोने के गहने चुराए हैं. इससे नाजिम के मन में लालच आ गया. उसने गहनों को हड़पने की साजिश बनाई. उसने घटना वाले दिन याकूब को नशे में धुत किया और फिर घर ले जाकर उसे और उसके मां-बाप (मंसूर व जुबेदा) को चाकू, पेचकस और धारदार हथियार से मार डाला.
तीन लोगों को मारने के बाद उसने नाजिम के घर की तलाशी ली, मगर उसे कहीं भी सोने के जेवर नहीं मिले. बाद में पुलिस ने नाजिम को गिरफ्तार कर लिया था. खबरों के मुताबिक, उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया था.
अमर उजाला की खबर में बताया गया है कि पीड़ित परिवार का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी बिजनौर पुलिस ने भी ट्वीट करके दी थी.
हमारी जांच में इस बात की पुष्टि हो जाती है कि महीनों पुरानी घटना को अभी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.