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फैक्ट चेक: स्मृति ईरानी ने नहीं कहे मां दुर्गा के लिए अपशब्द

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. इस वीडियो को काट छांट कर तैयार किया गया है, जिससे इसका पूरा अर्थ ही बदल गया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मां दुर्गा के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे हैं.
Raman Kumar फेसबुक यूजर
सच्चाई
ये बयान जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के कुछ छात्रों था जिसे स्मृति ईरानी ने पढ़कर सुनाया था.

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सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के जरिए दावा किया गया है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मां दुर्गा के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे हैं. वीडियो एक टीवी न्यूज चैनल का है, जिसमें स्मृति ईरानी संसद में अंग्रेजी में भाषण देती हुई दिख रही हैं.

भाषण में स्मृति को अंग्रेजी में कहते सुना जा सकता है- 'दुर्गा पूजा सबसे ज्यादा विवादास्पद और नस्लवादी त्योहार है, जहां प्रतिमा में खूबसूरत दुर्गा मां को काले रंग के स्थानीय निवासी महिषासुर को मारते दिखाया जाता है. महिषासुर एक बहादुर, स्वभिमानी नेता था, जिसे आर्यों द्वारा शादी के लिए झांसे में फंसाया गया. उन्होंने एक सेक्स वर्कर का सहारा लिया जिसका नाम दुर्गा था. दुर्गा ने महिषासुर को शादी के लिए आकर्षित किया और 9 दिनों तक सुहागरात मनाने के बाद उसकी हत्या कर दी.' वीडियो से साफ है कि वो संसद में बोल रही हैं.

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इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. इस वीडियो को काट छांट कर तैयार किया गया है जिससे इसका पूरा अर्थ ही बदल गया है. दरअसल, स्मृति ईरानी ने संसद में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के कुछ छात्रों का एक बयान पढ़कर सुनाया था.

Raman Kumar नाम के फेसबुक यूजर सहित कई लोगों ने इस भ्रामक वीडियो को शेयर किया है. इस पोस्ट को अभी तक हज़ारों लोग शेयर कर चुके हैं.   

यूट्यूब पर भी ये वीडियो खूब देखा जा रहा है. Anoop Bhankhar नाम के एक यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो को 14 सितंबर 2019 को अपलोड किया गया था जिसे अभी तक एक लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके है.

पड़ताल में पता चला कि ये वीडियो 24 फरवरी 2016 का है जब स्मृति ईरानी ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के तौर पर इस मामले में संसद में जवाब दिया था. इस भाषण में स्मृति ने कहा था कि JNU में महिषासुर शहादत दिवस मनाया जाता है.

स्मृति का कहना था कि अक्टूबर 2014 में इस दिवस के आयोजन के वक्त कॉलेज के कुछ दलित-आदिवासी, ओबीसी और अल्पसंख्यक छात्रों ने एक बयान जारी किया था. इस बयान में मां दुर्गा के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया था. पूरे बयान को स्मृति ईरानी ने संसद में पढ़ा था और इसकी कड़ी आलोचना की थी.

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स्मृति ईरानी के इस भाषण का हमें यूट्यूब वीडियो भी मिला. अगर इस वीडियो को 30:41 मिनट के बाद से देखा जाए तो साफ़ समझ आता है कि स्मृति JNU के छात्रों का बयान पढ़कर सुना रही थीं. भ्रम फैलाने के लिए वीडियो का वो हिस्सा काट दिया गया है जहां पर स्मृति JNU के छात्रों का जिक्र कर रही हैं.

क्या है JNU देशद्रोह का मामला?

फरवरी, 2016 में JNU का एक मामला सामने आया था जिसमें यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों पर देशविरोधी नारे लगाए जाने का आरोप लगा था. इस मामले में सरकार और यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच काफी बवाल देखने को मिला था. इसी बवाल को लेकर स्मृति ईरानी ने संसद में भाषण दिया था. पड़ताल में यह साफ हुआ कि भ्रम फैलाने के लिए स्मृति ईरानी के भाषण के वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है.

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