scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: क्या सचमुच तिब्बत में बादलों ने जाम कर दी सड़क?

सोशल मीडिया पर एक अद्भुत वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो को देखने में ऐसा लग रहा है कि एक खुली जगह में सड़क पर बादलों का एक बड़ा ढेर जम गया है. वीडियो के साथ दावा किया गया है कि तिब्बत में बादल धरती पर आकर रुक गया है जिससे सड़क जाम हो गई है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
तिब्बत का एक वीडियो जिसमें बादल धरती पर आकर रुक गया है.
Sunita Verma नाम की एक फेसबुक यूजर
सच्चाई
वीडियो किसी बादल का नहीं बल्कि चीन में आये रेतीले तूफान का है.

Advertisement

सोशल मीडिया पर एक अद्भुत वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो को देखने में ऐसा लग रहा है कि एक खुली जगह में सड़क पर बादलों का एक बड़ा ढेर जम गया है. वीडियो के साथ दावा किया गया है कि तिब्बत में बादल धरती पर आकर रुक गया है जिससे सड़क जाम हो गई है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह वीडियो चीन में आये एक विशाल रेतीले तूफान का है.

Sunita Verma नाम की एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को तकरीबन 2 हफ्ते पहले शेयर किया था. खबर लिखे जाने तक वीडियो को 2600 से भी ज्यादा बार साझा किया जा चुका है. कुछ और फेसबुक प्रोफाइल से भी इस वीडियो को शेयर किया गया है.

Advertisement

वीडियो को इंटरनेट पर खोजने पर हमें Bles.com नाम की एक वेबसाइट का आर्टिकल मिला जिसमें वायरल वीडियो मौजूद था.

यह आर्टिकल पिछले साल नवंबर में छपा था जिसके मुताबिक यह वीडियो चीन के शिनजियांग में आये एक भयानक रेतीले तूफान का है. आर्टिकल में बताया गया है कि इस वीडियो को रास्ते से जा रहे एक ट्रक ड्राइवर ने रिकॉर्ड किया था. वीडियो में भी एक ट्रक को बीच रास्ते में फंसा हुआ देखा जा सकता है.

वायरल वीडियो से संबंधित यही जानकारी हमें एक चाइनीज वेबसाइट पर भी मिली.

इंटरनेट पर हमें इसी तरह के रेतीले तूफान के कुछ और वीडियो भी मिले जो समय-समय पर चीन में दस्तक देते रहे हैं.

यह वीडियो पिछले साल से सोशल मीडिया पर वायरल है. एबीपी न्यूज ने भी इस वीडियो पर 2018 में खबर की थी. वीडियो की सच्चाई जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने स्काईमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत से बात की थी. महेश पलावत का भी वीडियो को लेकर यही कहना था कि यह कोई बादल नहीं बल्कि रेत का एक तूफान है.

HOAX OR FACT भी वीडियो के साथ किए गए दावे को खारिज कर चुका है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement