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फैक्ट चेक: हाथरस पीड़िता के दाह-संस्कार का लाइव नहीं देख रहे सीएम योगी, तस्वीर में हुई छेड़छाड़

हाथरस गैंगरेप केस की पीड़िता के जलते शव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हैं. इसी बीच एक और तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लैपटॉप पर कथित रूप से लड़की के दाह-संस्कार का लाइव वीडियो देख रहे हैं. जानते हैं क्या है इस तस्वीर की सच्चाई.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
इस तस्वीर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस की पीड़िता का दाह संस्कार देख रहे हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
इस तस्वीर में छेड़छाड़ की गई है. असली तस्वीर में योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीड़िता के पिता से बात कर रहे हैं.

हाथरस में एक लड़की के साथ हुई बर्बरता के दो हफ्ते बाद 29 सितंबर को उसने दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया. पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने रात में ही उसका दाह संस्कार करवा दिया. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें घर में बंद कर दिया और​ बिना उनकी अनुमति के जबरन उनकी बेटी का शव जला दिया.

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इस घटना की चारों तरफ निंदा हो रही है. लोग यूपी पुलिस की 'संवेदनहीनता' पर सवाल उठा रहे हैं. लड़की के जलते शव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हैं. इसी बीच एक और तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लैपटॉप पर कथित रूप से लड़की के दाह-संस्कार का लाइव वीडियो देख रहे हैं.

फेसबुक पर इस तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा गया है, “हाथरस गैंग रेप पिड़िता को युपी की ... पुलिस वालों ने कैसे जलाया उसकी लाइव वीडियो देखता हुआ एक नाकारा मुख्यमंत्री.”

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पोस्ट में किया गया दावा झूठा है. इस तस्वीर को फोटोशॉप की मदद से छेड़छाड़ करके बनाया गया है. असली तस्वीर में योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीड़िता के परिवार से बातचीत कर रहे हैं.

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वायरल पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

AFWA की पड़ताल

वायरल तस्वीर को गौर से देखने पर ही साफ हो जाता है कि सीएम योगी के सामने रखे लैपटॉप की स्क्रीन पर दाह संस्कार के दृश्य को जोड़ दिया गया है. रिवर्स इमेज सर्च और कीवर्ड की मदद से हमें योगी आदित्यनाथ की असली तस्वीर मिली जिसमें वे हाथरस की पीड़िता के पिता से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात कर रहे हैं.

खबरों के मुताबिक, हाथरस की घटना को लेकर देशव्यापी गुस्से को देखते हुए यूपी के सीएम ने पीड़िता के पिता से 30 सितंबर को बात की थी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया. 

सीएम की असली तस्वीर को कई मीडिया संस्थानों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को क्रेडिट देते हुए छापा है. 30 सितंबर को एएनआई ने मूल तस्वीर का एक क्रॉप्ड वर्जन ट्वीट करते हुए कैप्शन लिखा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से बात की.”

इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के खत्म होने के बाद एएनआई ने पीड़िता के पिता की प्रतिक्रिया भी ट्वीट की थी. एजेंसी ने पिता के हवाले से लिखा, “आज सीएम योगी से मेरी बात हुई. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हमें न्याय मिलेगा. ये सच है कि हम अपनी बेटी को नहीं देख पाए. आशा है कि हमें न्याय मिलेगा.” 

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सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर की सच्चाई
सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर की सच्चाई

सीएम के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की असली तस्वीर को ‘इंडिया टुडे’, ‘एनडीटीवी’ और ‘एशियानेट न्यूज’ ने भी 30 सितंबर को छापा था.

पीड़ित परिवार की पहचान जाहिर न हो, इसलिए एएनआई और अन्य मीडिया संस्थानों ने लैपटॉप स्क्रीन को धुंधला कर दिया था. हालांकि, ये साफ है कि तस्वीर में योगी पीड़िता का दाह-संस्कार नहीं देख रहे, बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीड़ित परिवार से बात कर रहे हैं.
 

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