scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: दिग्विजय सिंह ने जिस कांग्रेस नेता को इस्लामिक तरीके से श्रद्धांजलि दी, वो हिंदू नहीं, मुस्लिम थे

दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद से ही सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. कई लोगों का कहना है कि मांगीलाल हिंदू थे, लेकिन दिग्विजय ने इस बात की परवाह न करते हुए उन्हें जानबूझकर इस्लामिक तरीके से श्रद्धांजलि दी. ऐसा कहा जा रहा है कि इससे हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंची है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेता मांगीलाल शाह को इस अंदाज में श्रद्धांजलि दी मानो वो मुस्लिम हों. जबकि, वो हिंदू थे.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
कांग्रेस नेता मांगीलाल शाह मुस्लिम थे, न कि हिंदू.

 

Advertisement

कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' पांच दिसंबर को राजस्थान के झालावाड़ तक पहुंची. इससे पहले ये यात्रा मध्य प्रदेश में 12 दिन रही जहां इसके तहत राहुल गांधी और उनकी टोली ने तकरीबन 380 किलोमीटर की दूरी तय की. जब ये यात्रा मध्य प्रदेश में थी, उसी दौरान तीन दिसंबर को वहां के आगर-मालवा जिले में मांगीलाल शाह नाम के एक कांग्रेस नेता की हार्ट अटैक से मौत हो गई. 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की इस यात्रा के इंचार्ज दिग्विजय सिंह ने उन्हें एक ट्वीट के जरिये श्रद्धांजलि दी. ट्वीट के अंत में उन्होंने लिखा, "अल्लाह ताला उन्हें जन्नत अता फर्माएं. आमीन."

दिग्विजय के इस ट्वीट के बाद से ही सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. दरअसल, कई सारे लोगों का कहना है कि मांगीलाल हिंदू थे, लेकिन दिग्विजय ने इस बात की परवाह न करते हुए उन्हें जानबूझकर इस्लामिक तरीके से श्रद्धांजलि दी. ऐसा कहा जा रहा है कि इससे हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंची है.

Advertisement

मिसाल के तौर पर, एक ट्विटर यूजर ने इस बारे में लिखा, "दिग्विजय सिंह मांगीलाल जी के दुःखद निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए उनके अल्लाह ताला से जन्नत अता फरमाने की बात लिख रहे और फिर आमीन लिख रहे दिग्विजय सिंह ने धर्म परिवर्तन कर लिया या मृतक का अल्लाह से कोई सम्बन्ध रहा हिन्दुओं की आस्था के साथ ऐसा खिलवाड़ किसलिए करते हैं ये कांग्रेसी".

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

कई वेरिफाइड ट्विटर हैंडल भी दिग्विजय सिंह का श्रद्धांजलि वाला पोस्ट शेयर करते हुए उन पर तंज कस रहे हैं.

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि मांगीलाल शाह मुसलमान थे और इसकी तस्‍दीक उनकी बेटी सपना ने हमसे की है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

हमने देखा कि वायरल पोस्ट के नीचे कमेंट करने वाले कई लोग लिख रहे हैं कि मांगीलाल मुस्लिम थे और उनका असली नाम मारूफ शाह था.

इन जानकारियों की मदद से सर्च करने पर हमें 'दैनिक भास्कर' की एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि 55 वर्षीय मांगीलाल का असली नाम मारुफ शाह था और वो मुस्लिम थे.

इस रिपोर्ट में मांगीलाल शाह का जनाजा इस्लामिक रीति-रिवाज से निकाले जाने की तस्वीरें देखी जा सकती हैं. उनके अंतिम संस्कार में दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए थे.

Advertisement

रिपोर्ट में बताया गया है कि मांगीलाल हिंदू-मुस्लिम एकता में विश्वास रखते थे. उन्होंने धार्मिक सौहार्द की मिसाल पेश करने के लिए अपने तीनों बच्चों के भी हिंदू नाम रखे थे. वो अक्सर मंदिर जाकर हवन और आरती में भी शामिल होते थे.

'पत्रिका' ने भी अपनी रिपोर्ट में मांगीलाल शाह को मुस्लिम बताया है.

'आजतक' के राजगढ़ संवाददाता पंकज शर्मा ने भी यही बताया कि मांगीलाल शाह मुस्लिम थे. उनकी पत्नी शकीला बी, जीरापुर, राजगढ़ के वार्ड 14 से पार्षद हैं. पंकज ने हमें मांगीलाल की अंतिम यात्रा का एक वीडियो भी भेजा जिसे नीचे देखा जा सकता है.

इस बारे में पुख्ता जानकारी पाने के लिए हमने मांगीलाल की बेटी सपना से बात की. उनका भी यही कहना था कि उनका पूरा परिवार मुस्लिम है.

साफ है, मध्य प्रदेश के दिवंगत नेता मांगीलाल शाह को हिंदू बताते हुए दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पर निशाना साधा जा रहा है. 

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement