scorecardresearch
 

फैक्ट चेक- दिल्ली में शराब के ठेके पर लगी भीड़ का ये वीडियो पुराना है

वीडियो के आखिर में साफ देखा जा सकता है सड़क पर गाड़ियों की अच्छी खासी चहल पहल है. मौजूदा लॉकडाउन के समय ऐसा होना मुमकिन नहीं है. वीडियो में लोगों का गर्म कपड़े पहने दिखना भी यही इशारा करता है कि वीडियो सर्दियों के समय का है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
शराब की दुकानें खोलने की छूट मिलने के बाद दिल्ली में एक दुकान पर शराब खरीदने के लिए लोगों की भीड़ बिना मास्क के पहुंची.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो पुराना है और सर्दियों के समय का है.

Advertisement

लॉकडाउन के बीच 4 मई को देश में शराब की दुकानें खुलते ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ गईं. ठेकों के बाहर शराब के लिए बेताब लोगों की लंबी कतारें देखने को मिलीं. इसी को लेकर एक वीडियो ऐसा भी वायरल हो रहा है जिसमें एक वाइन शॉप के बाहर लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है और किसी ने मास्क भी नहीं पहना है. दुकान के अंदर भी अच्छी खासी भीड़ दिख रही है और लोग शराब खरीदने के लिए धक्का मुक्की कर रहे हैं.

वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो सोमवार को दिल्ली की एक दुकान का है. लोग इस वीडियो को शेयर करते हुए सरकार की आलोचना कर रहे हैं कि कोरोना वायरस के चलते शराब की दुकान खुलने से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं.

Advertisement

क्या है सच्चाई?

वीडियो के साथ किया जा रहा दावा आधा सच है. ये वीडियो दिल्ली का ही है लेकिन पुराना है और सर्दियों के समय का है. इस वीडियो का अभी चल रहे लॉकडाउन से कोई लेना देना नहीं.

इस वीडियो को हजारों लोग शेयर कर चुके है. Shams Jaunpuri नाम के के फेसबुक यूजर ने इस वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है-

"मुझे आज अंधभक्तों से अपने सवाल का जवाब चाहिए, यह निजामुद्दीन मरकज नहीं है, बल्कि दिल्ली में एक शराब की दुकान के बाहर की भीड़ है. सोशल डिस्टैंसिंग किधर है? एक-दो के चेहरे पर छोड़ बाकी लोग के चेहरे पर मास्क किधर है? लॉकडाउन कहां है ? मीडिया नाराज क्यों नहीं है? पहले से ही भारत में 40,000 मामले और सरकार गंभीर क्यों नहीं हैं ?"

इस वीडियो को अभी तक 6500 से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है.

कैसे की पड़ताल?

सोमवार से शराब की दुकानों के बाहर लगी कतारों के कई वीडियो सामने आ रहे हैं. ज्यादातर वीडियो में लोग मास्क पहने दिख रहे हैं. लेकिन इस वीडियो में भीड़ में खड़ा कोई भी व्यक्ति मास्क नहीं लगाया हुआ है. लोगों ने सर्दियों के कपड़े भी पहन रखे हैं. इस कारण हमें वीडियो के साथ किये जा रहे दावे पर शक हुआ और हमने इसकी पड़ताल की.

Advertisement

वीडियो की शुरुआत में एक जगह पर 'Aman Inn' नाम के एक होटल का बोर्ड नज़र आ रहा है. खोजने पर हमें दिल्ली के पहाड़गंज स्थित इसी नाम से एक होटल मिला. संपर्क करने पर हमारी बात हमारी बात होटल के केयर टेकर अखिलेश सिंह से हुई है.

c-1_050620112108.png

अखिलेश ने हमें बताया कि वीडियो में दिख रही शराब की दुकान उनके होटल के बगल में ही है. उन्होंने ये भी बताया कि वीडियो पुराना है और ये शराब की दुकान लॉकडाउन के चलते काफी दिनों से बंद है.

अखिलेश सिंह की मदद से हमारी बात वाइन शॉप के लाइसेंस धारक विपिन कालरा से हुई. कालरा के मुताबिक ये वीडियो 8 फरवरी 2020 की शाम का है जब दिल्ली में वोटिंग खत्म हुई थी. कालरा का कहना था कि चुनाव की वजह से दिल्ली में 48 घंटे का ड्राई डे घोषित हो गया था. जब वोटिंग खत्म हुई तो उनकी दुकान पर भीड़ उमड़ पड़ी थी.

उन्होंने हमें ये भी बताया कि उनकी दुकान लॉकडाउन के चलते बंद है और सोमवार को भी नहीं खुली थी, क्योंकि दिल्ली सरकार की तरफ से अभी उनकी वाइन शॉप को खुलने की इजाजत नहीं मिली है.

वीडियो के आखिर में साफ़ देखा जा सकता है सड़क पर गाड़ियों की अच्छी खासी चहल पहल है. मौजूदा लॉकडाउन के समय ऐसा होना मुमकिन नहीं है. वीडियो में लोगों का गर्म कपड़े पहने दिखना भी यही इशारा करता है कि वीडियो सर्दियों के समय का है.

Advertisement

वाइन शॉप खुलने के बाद दिल्ली के हालात

वीडियो भले ही पुराना हो लेकिन सोमवार को दिल्ली में भी हालात काफी ख़राब थे. शराब की दुकानें खुलते ही दुकानों के बाहर भारी भीड़ नज़र आई. कुछ जगह भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि दिल्ली पुलिस को दुकानें बंद करवानी पड़ीं. कुछ इलाकों में पुलिस को हल्के लाठी चार्ज का भी सहारा लेना पड़ा. इसके कुछ वीडियो यहां देखे जा सकते हैं.

भारी भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ते देख केजरीवाल सरकार ने शराब की कीमतों पर 70% 'स्पेशल कोरोना फीस' लेने का फैसला लिया है. सरकार को उम्मीद है कि दाम बढ़ने से शराब की दुकानों पर भीड़ कम होगी.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement