scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: क्या आमिर खान ने कोरोना से लड़ने को दिए 250 करोड़ रुपये?

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरस हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि आमिर खान ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 250 करोड़ रुपये की मदद दी. इस वीडियो में आमिर खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते दिख रहे हैं और फिर दोनों बैठकर बात कर रहे हैं. इस वीडियो के साथ किए जा रहे दावे में कितनी सच्चाई है....जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो के अनुसार आमिर खान ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार 250 करोड़ रुपये की मदद दी है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये दावा गलत है. ये वीडियो 2014 का है.

Advertisement

भारत सरकार ने कोरोना वायरस के चलते फैली महामारी से निपटने के लिए एक लाख 70 हज़ार करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है. दूसरी तरफ, आम लोग भी इस महामारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में अपना योगदान दे रहे हैं. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके ज़रिए दावा किया जा रहा है कि बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने सरकार को 250 करोड़ रुपये की मदद राशि दी है.

एक सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'आमिर खान ने 250 करोड़ की मदद दी.' इस वीडियो में देखा जा सकता है कि आमिर खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिला रहे हैं और फिर दोनों बैठकर बात कर रहे हैं. इस वीडियो को खबर लिखे जाने तक 4 लाख 38 हज़ार से ज़्यादा लोग देख चुके हैं.

Advertisement

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो लगभग 6 साल पुराना है. आमिर खान 23 जून 2014 को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पीएमओ पहुंचे थे.

AFWA की पड़ताल

जब हमने कीवर्ड्स की मदद से इस वीडियो को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनके मुताबिक, 23 जून 2014 को बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे थे.

इस आर्टिकल के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया था. हालांकि आमिर खान अपने साथ अपने टीवी शो सत्यमेव जयते की डीवीडी भी लेकर आए थे.

हमें अभिनेता आमिर खान द्वारा किया गया ट्वीट भी मिला जो उन्होंने 23 जून 2014 को प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद करते हुए किया था.

हमें डीडी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी इस मुलाकात का वीडियो मिला.

इस तरह स्पष्ट है कि इस वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो लगभग 6 साल पुराना है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement