पुलिस कार्रवाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस समय काफी चर्चा में है. वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी डंडे मारते हुए दो युवकों का बाजार में जुलूस निकालते हुए दिख रहे हैं.
वीडियो को दिल्ली का बताते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि पुलिस ने गौ हत्यारों को पीटा और उनसे “गाय हमारी माता है, पुलिस हमारी बाप है” के नारे लगवाए. वीडियो में मार खा रहे लोगों को ये नारे लगाते हुए सुना भी जा सकता है.
वीडियो के साथ यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, “जबसे दिल्ली पुलिस को अमित शाह जी का निर्देश मिला है तबसे दिल्ली पुलिस इस वक्त फुल फॉर्म में है. गौ हत्यारे लगा रहे नारे…गाय हमारी माता है पुलिस हमारी बाप है...मेवात के नाम पर दरिंदगी अब नहीं चलेगी”.
वीडियो को इस कैप्शन के साथ फेसबुक और एक्स पर कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं.
लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये दिल्ली का नहीं बल्कि एमपी के उज्जैन का हाल-फिलहाल का वीडियो है. ये बात सही है कि वीडियो में दिख रहे युवकों पर आरोप लगे हैं कि ये गौवंश की हत्या का प्रयास कर रहे थे. इसी के चलते पुलिस ने इनकी परेड निकाली थी.
कैसे पता की सच्चाई?
हमने देखा कि वायरल पोस्ट पर कुछ लोगों ने कमेंट किया है कि ये मामला उज्जैन का है. इसी आधार पर सर्च करने पर हमें मामले को लेकर कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. टाइम्स नाऊ नवभारत की 4 मार्च की वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि उज्जैन की घट्टिया थाना पुलिस ने गौवंश की हत्या कर उन्हें बेचने वालों की पिटाई कर उनका जुलूस निकाला.
खबरों के अनुसार, परेड में आरोपियों से “गाय हमारी माता है, पुलिस हमारी बाप है” के नारे लगवाए गए. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग उज्जैन के एक गांव में लावारिस गाय और एक बछड़े को मारने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंच पाती, आरोपी भाग निकले. बाद में पुलिस ने सलीम मेवाती और आकिब मेवाती नाम के दो आरोपियों को पकड़ लिया. खबरों में बताया गया है कि तीसरा आरोपी शेरू मेवाती फरार है.
खबर में बताया गया है कि इन लोगों पर और भी कई थानों में पहले से मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी, लावारिस गौवंश को पकड़ कर उनकी हत्या करते थे और फिर उनका मास बेचते थे.
इस मामले पर इसी जानकारी के साथ अमर उजाला और एबीपी न्यूज ने भी खबरें छापी हैं.
इस तरह ये बात साफ हो जाती है कि ये वीडियो दिल्ली का नहीं है. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने भी पिछले महीने गाय काटने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें एक 16 साल का नाबालिग भी शामिल था.