सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक आदमी केलों के अंदर से 2000 और 500 के नोट निकाल रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसी तरह से केलों में छुपाकर दिल्ली के दंगाइयों के पास पैसे पहुंचाए गए.
फेसबुक यूजर “Er Mohd Javed” ने तीन मिनट के इस वीडियो को अपलोड किया है और साथ में हिंदी में कैप्शन लिखा है, “पूरी दिल्ली को उड़ाने की तैयारी कर रखी थी, लोगों को पैसे दे-दे के बुलाया गया था, यकीन ना हो तो खुद देख लो किस तरह केलों के अंदर पैसे रोल कर के छुपा के बाटे जा रहे थे”.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इसी तरह फेसबुक पेज “Instant Videos” ने भी इस वीडियो को अपलोड किया और कैप्शन में लिखा, “दिल्ली को उड़ाने की पूरी तैयारी देख लो !” स्टोरी लिखे जाने तक यह पोस्ट 13000 से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी थी. हालांकि, बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई. इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रहा यह वीडियो दो साल से ज्यादा पुराना है और यह रुपये की तस्करी से जुड़ा है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह वीडियो कब और कहां शूट किया गया है.
इस पोस्ट के दावे की जांच के लिए हमने इस वीडियो को कीफ्रेम्स में काटा और उनमें से एक को रिवर्स सर्च किया. रूस के सर्च इंजन Yandex के जरिए हमें “Daily Bhaskar” की एक फोटो स्टोरी मिली जो 31 अक्टूबर, 2017 को प्रकाशित हुई थी.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो दिखाता है कि कैसे तस्कर रुपये की तस्करी के लिए फलों का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, यह रिपोर्ट ये भी कहती है कि “यह स्पष्ट नहीं है कि इस वीडियो को किसने और कहां रिकॉर्ड किया है. यह भी नहीं पता है कि वीडियो में दिख रहे रुपये के नोट असली हैं या नकली, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक यह वीडियो पाकिस्तान का है.”
केलों के अंदर छुपाकर नोटों की तस्करी का यह अकेला मामला नहीं है. हमें फरवरी, 2017 में प्रकाशित एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें कहा गया है कि दो लोग केरल के कारीपुर एयरपोर्ट पर पकड़े गए जो केलों के अंदर सउदी की करंसी रियाल छुपाकर तस्करी की कोशिश कर रहे थे.
इस तरह पड़ताल में साफ हुआ है कि वायरल वीडियो दो साल से ज्यादा पुराना है और इसका हाल में दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों से कोई लेना-देना नहीं है.