महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने मोर्चा संभाल लिया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक भाषण का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. भाषण में राहुल गांधी देश छोड़ कर लंदन जाने और अपने बच्चों को अमेरिका में पढ़ाने की बात कर रहे हैं. कथित बयान को लेकर राहुल गांधी को सोशल मीडिया पर जमकर निशाना बनाया जा रहा है.
वीडियो में राहुल बोल रहे हैं- 'कुछ नहीं होने वाला मैं तो लंदन चला जाऊंगा, मेरे बच्चे तो अमेरिका में जाकर पढ़ेंगे. मेरा हिंदुस्तान से कुछ लेना-देना नहीं है, मेरे पास हजारों करोड़ रुपये हैं, मैं तो कभी भी चला जाऊंगा.'
इस वीडियो को दिल्ली से विधायक और शिरोमणि अकाली दल नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा- 'बस इसलिए भारत की जनता को तुम पसंद नहीं हो @RahulGandhi'.
इस ट्वीट को अभी तक 800 से भी ज्यादा रीट्वीट और 2,500 से भी ज्यादा बार लाइक लिया जा चुका है.
बस इसलिए भारत की जनता को तुम पसंद नहीं हो @RahulGandhi pic.twitter.com/FrDzc22JiO
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) October 13, 2019
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो को काट छांट कर तैयार किया गया है. दरअसल, राहुल गांधी ने ये बात बैंक धोखाधड़ी मामले में आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के संदर्भ में कही थी.
सिरसा सहित कई और लोगों ने भी इस भ्रामक वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. वीडियो को फेसबुक पर भी जमकर शेयर किया जा रहा है.
पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो को राहुल गांधी के महाराष्ट्र के लातूर में चुनावी सभा में दिए भाषण से लिया गया है. ये भाषण राहुल ने रविवार को दिया था. जब यूट्यूब पर हमने राहुल गांधी के इस भाषण को सुना तो पूरी सच्चाई सामने आ गई. यूट्यूब वीडियो में राहुल 15.12 मिनट पर बोल रहे हैं-
'नीरव मोदी, मेहुल चोकसी अच्छी नींद लेते हैं, बिना कोई डर, कुछ नहीं होने वाला मैं तो लंदन चला जाऊंगा, मेरे बच्चे तो जाके अमेरिका में पढ़ेंगे. मेरा हिंदुस्तान से कुछ लेना-देना नहीं है, मैं तो नरेंद्र मोदी जी का मित्र हूं, मेरे पास तो हजारों करोड़ रुपया है, मैं तो कभी भी चला जाऊंगा. यह हिंदुस्तान की सच्चाई है.'
यहां पर ये बात साफ हो जाती है कि वीडियो के साथ काट छांट की गई है जिससे इसका पूरा अर्थ ही बदल गया. वीडियो में से जानबूझकर 'नीरव मोदी', 'मेहुल चोकसी' और 'नरेंद्र मोदी जी का मित्र' वाला हिस्सा हटा दिया गया है, जिससे भ्रम फैले.