राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. सात सेकंड के इस वीडियो में भागवत कहते हैं, “संघ वाले बाहर से तो बातें अच्छी करेंगे, अंदर जाकर कहेंगे आरक्षण का हमारा विरोध है बाहर हम बोल नहीं सकते.”
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “हम संघ वाले अंदर-अंदर से आरक्षण का विरोध करते हैं, लेकिन बाहर आ के बोल नहीं सकते. - संघ प्रमुख मोहन भागवत.” इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो अधूरा है. असल में मोहन भागवत संघ के आरक्षण विरोधी होने की बात को असत्य बताते हुए आरक्षण को समर्थन की बात कर रहे थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के बारे में कीवर्ड्स से खोजने पर हमें इस वीडियो का लंबा वर्जन ANI के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 28 अप्रैल 2024 को अपलोड किया हुआ मिला. पोस्ट में दी जानकारी के मुताबिक, मोहन भागवत का ये वीडियो हैदराबाद का है, जहां उन्होंने आरएसएस के आरक्षण विरोधी होनी की बात को असत्य बताया था.
लगभग 43 सेकंड लंबे वीडियो में वह कहते हैं, “अभी मैं यहाँ आया कल तो मैंने सुना, एक वीडियो घूम रहा है कि संघ वाले बाहर से तो बातें अच्छी कर के अंदर जाके कहते हैं आरक्षण का हमारा विरोध है, बाहर हम बोल नहीं सकते. ये एकदम असत्य बात है, गलत बात है, जब से आरक्षण आया है तब से संविधानसम्मत सारे आरक्षण को संघ पूर्ण समर्थन देता है और संघ कहता है कि आरक्षण जिनके लिए है उनको जब तक आवश्यक लगेगा या सामाजिक कारणों से दिया गया है, वो भेदभाव जब तक है तब तक ये आरक्षण जारी रहना चाहिए.”
हमें उनके आरक्षण पर दिए इस बयान के बारे अप्रैल 2024 में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, आरएसएस प्रमुख ने 28 अप्रैल को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में कहा था कि संघ का मानना है कि जब तक जरूरत है, आरक्षण जारी रहना चाहिए. दरअसल, उन्होंने यह बात भाजपा और कांग्रेस के बीच आरक्षण को लेकर चल रहे बयानों के बाद कही थी. इस रिपोर्ट भी में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है.
इससे साफ हो जाता है कि मोहन भागवत के एक अधूरे वीडियो को शेयर करके आरएसएस के आरक्षण विरोधी होने का दावा किया जा रहा है.
(रिपोर्ट - आशीष कुमार)