बीएसएफ से बर्खास्त सैनिक तेज बहादुर यादव हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. चाहे वो बीएसएफ में कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने का मामला हो या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव में चुनौती देने का. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि तेज बहादुर नशे की हालत में कह रहे हैं कि अगर उन्हें 50 करोड़ रुपये दे दिए जाएं तो वे मोदी को मार सकते हैं.
हाल ही में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ तेज बहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था. हालांकि, उनका नामांकन रद्द हो गया. सोमवार, 6 मई को तेजबहादुर यादव ने सुप्रीम कोर्ट में अपना नामांकन रद्द होने संबंधी चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ अपील की है.
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए केंद्रीय गृहमंत्रालय से अपील की कि तेज बहादुर यादव के खिलाफ कार्रवाई की जाए. पूनावाला कुछ समय पहले तक कांग्रेस में थे. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने इस बारे में तेज बहादुर यादव से बात की. तेज बहादुर ने यह स्वीकार किया कि वीडियो में वे मौजूद हैं लेकिन उन्होंने दावा किया कि यह वीडियो दो साल से ज्यादा समय पहले का है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वीडियो में उनकी आवाज के साथ छेड़छाड़ की गई है.
AFWA अपने स्तर पर ये दावा नहीं कर सकता कि वायरल हो रहा ये वीडियो कब का है. हमें कोई ऐसा भी सबूत नहीं मिला जिससे ये पता चल सके कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है या इसमें अलग से कोई आवाज डाली गई है.
शहजाद पूनावाला के इस ट्वीट को करीब ढाई हजार लोगों ने शेयर किया है. ऐसा लग रहा है कि 1.21 मिनट का ये वीडियो किसी ने चुपके से फिल्माया है और सोमवार को इसे ट्वीट किया गया. वीडियो में दो लोग शराब पीते हुए बात करते दिख रहे हैं और उनके आगे कुछ खाने की चीजें रखी हुई हैं. उस कमरे में कुछ और लोग भी हैं जिनकी आवाजें सुनी जा सकती हैं. वीडियो में सफेद शर्ट में एक आदमी है जिसे तेज बहादुर यादव बताया जा रहा है.
Requesting @DelhiPolice @rajnathsingh & Home Ministry to take immediate action & probe the alleged threat by MGB candidate Tej Bahadur Yadav to @narendramodi @PMOIndia - it is an issue of national security ! @TimesNow @RShivshankar @navikakumar @bkchaudhary https://t.co/68Ukl43doL
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) May 6, 2019
तेज बहादुर को यह कहते सुना जा सकता है कि वे 24 घंटे में किसी को भी मार सकते हैं. कमरे में एक तीसरे आदमी की आवाज सुनाई देती है, जो कहता है कि 'क्या आप मोदी को मार सकते हैं?' तेज बहादुर कहते हैं, '50 करोड़ चाहिए.' दूसरा आदमी कहता है कि इतने रुपये तो पाकिस्तान से ही कोई दे सकता है. इस तेज बहादुर यादव कहते हैं, 'मैं कोई ऐसा काम नहीं करूंगा जो देशद्रोह हो या मेरे देश के खिलाफ हो.'
बीते शुक्रवार को एक और वीडियो 'अजी हां' नाम के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया था. इस वीडियो के साथ व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा गया था, “सपोलो देख लो अपने दाल बहादुर जीजा को...” यह वीडियो एक मिनट 40 सेकेंड का है और यह शुक्रवार, 3 मई को पोस्ट किया गया है. ऐसा लग रहा है कि वायरल किए जा रहे दोनों वीडियो एक ही दिन, एक ही जगह, एक ही वक्त पर फिल्माए गए हैं. इस वीडियो में हाफ पैंट और टीशर्ट में बैठा एक आदमी अपने सामने सफेद शर्ट में बैठे दूसरे आदमी का परिचय दे रहा है कि “ये हैं तेजबहादुर यादव...फॉर्मर बीएसएफ कमांडो इन इंडियन आर्मी”.
वीडियो में हो रही बातचीत से ऐसा लगता है कि जो आदमी ऊंची आवाज में तेज बहादुर का परिचय दे रहा है, वह नशे में है. वीडियो में उन्हें दिल्ली पुलिस (DP), पंजाब पुलिस (PP) के संक्षिप्त नामों का मजाक उड़ाते हुए सुना जा सकता है. वायरल वीडियो से यह पता लगाना मुश्किल है कि दूसरा आदमी तेज बहादुर ही है. जिस आदमी को तेज बहादुर बताया जा रहा है वह दूसरे आदमी को रोकता हुआ सुना जा सकता है कि "आराम से आराम से". "यादव" सिगरेट और शराब पीते हुए भी दिख रहे हैं.
इस पोस्ट पर हजारों लोगों ने कमेंट किए हैं और कई लोगों ने संदेह भी जताया है कि ये व्यक्ति तेज बहादुर ही हैं. स्टोरी लिखे जाने तक इस पोस्ट को 13 हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया है. इसी कैप्शन के साथ यह वीडियो अन्य कई फेसबुक अकाउंट से शेयर किया गया है. कुछ लोगों ने यादव की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं तो कुछ लोगों ने यादव के पक्ष में कमेंट किया है कि शराब पीने से कोई नुकसान नहीं है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने इन दोनों वीडियो के संबंध में तेज बहादुर यादव से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यह घटना 2017 की है जब वे दिल्ली के पुलिस के पंकज शर्मा और मनोहर के साथ शराब पी रहे थे. उस दौरान कुछ और लोग थे जिनके नाम उन्हें याद नहीं हैं. यादव ने कहा, “इन लोगों ने चुपके से यह वीडियो रिकॉर्ड किया और मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश की.”
तेज बहादुर यादव ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार किया कि वे मोदी को मारना चाहते हैं. उनके मुताबिक, यह उन्हें फंसाने की एक चाल थी और उनकी आवाज से छेड़छाड़ की गई है.
यादव उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने इंटरनेट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए शिकायत की थी कि जवानों को “खराब” खाना दिया जाता है. उनके खिलाफ कोर्ट इन्क्वायरी हुई और 2017 में उन्हें “बीएसएफ की छवि" धूमिल करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था.
तेज बहादुर यादव दोबारा सुर्खियों में आ गए जब उन्होंने लोकसभा चुनाव में वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरने का ऐलान किया. बाद में उन्हें सपा-बसपा और रालोद के महागठबंधन ने उन्हें पीएम मोदी के खिलाफ अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था, लेकिन चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द कर दिया. आयोग का कहना था कि तेज बहादुर यह प्रमाणपत्र देने में असफल रहे कि उन्हें भ्रष्टाचार या वफादार नहीं होने की वजह से बर्खास्त नहीं किया गया.
इस पूरे वीडियो की पूरी बातचीत में कहीं भी चुनाव का जिक्र नहीं है. इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह वीडियो पुराना हो सकता है. हालांकि, हम अपने स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं कर सके कि वीडियो कब का है. लेकिन इन दोनों क्लिप की वीडियो या ऑडिओ में कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है.