
कोरोना महामारी के बीच जहां इस साल ज्यादातर मस्जिदें सूनी रहीं, वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महामारी से मुक्ति की दुआ की. इस बीच बेहिसाब भीड़ वाले एक बाजार की तंग गली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दुकानों के ऊपर उर्दू भाषा के बोर्ड लगे हुए हैं. लोग इसे दिल्ली के सीलमपुर इलाके का वीडियो बताते हुए तंज कस रहे हैं कि कोरोना सिर्फ कुंभ के आयोजन से फैलता है, ईद की खरीदारी से नहीं.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “यह आज ईद का सीलमपुर दिल्ली का वीडियो है.”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो दिल्ली के सीलमपुर इलाके का नहीं बल्कि पाकिस्तान के लाहौर में मौजूद एक बाजार का है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “दिल्ली सीलमपुर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ईद की शॉपिंग चल रही है. गिरगिट और सुप्रीमकोर्ट की जबान अब नहीं खुलेगी.”
क्या है सच्चाई
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने से हमें एक फेसबुक यूजर की वॉल पर यही वीडियो मिला जहां इसे 26 अप्रैल 2021 को शेयर किया गया था. यहां इस वीडियो के साथ कैप्शन लिखा है, “इछरा बाजार लाहौर”.
इसी तरह, एक इंस्टाग्राम यूजर ने भी इस वीडियो को 26 अप्रैल 2021 को लाहौर के इछरा बाजार का वीडियो बताते हुए शेयर किया था.
इसके बाद हमने इछरा बाजार, लाहौर, ईद और खरीदारी जैसे कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया तो हमें राब्ता टीवी नाम की एक पाकिस्तानी मीडिया कंपनी के यूट्यूब चैनल पर भी ये वीडियो मिल गया. यहां भी इसे 26 अप्रैल 2021 को ही पोस्ट किया गया था.
हालांकि ऐसा नहीं कहा जा सकता कि भारत में इस साल ईद के दौरान पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ. यहां भी कोविड प्रोटोकॉल्स को ताक पर रखकर खरीदारी करने की कई खबरें और वीडियो सामने आए हैं.
कुछ वक्त पहले यही वीडियो दिल्ली के जाफराबाद इलाके के नाम पर वायरल हुआ था. तब बूमलाइव वेबसाइट ने इसकी सच्चाई बताई थी. यानी, ये बात साफ है कि लाहौर, पाकिस्तान के इछरा बाजार के एक वीडियो को दिल्ली का बता कर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.