
सोशल मीडिया पर फूट-फूटकर रोते एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. कुछ लोग इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में ट्रेन का टिकट होने के बावजूद भी घूस न देने पर मुस्लिम बुजुर्ग को लात-घूंसा से पीटा गया.
वायरल वीडियो किसी ट्रेन का लग रहा है. इसमें बेहद परेशान दिख रहे एक बुजुर्ग व्यक्ति रोते हुए किसी से बात कर रहे हैं. उनके कपड़े भी फटे हुए हैं और कमीज के ऊपर की बटन भी खुली हुई है. इसी बीच वो अपनी कमीज की जेब से टिकट जैसी कोई पर्ची निकालकर किसी को दिखाते हैं.
वीडियो के आखिर में कुछ पुलिसकर्मी किसी लड़के को उस व्यक्ति के पास लाते हैं. लड़का उनके पैर छूता है, फिर दोनों एक-दूसरे से गले मिलते हैं.
इस वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “ट्रेन का टिकट होने के बावजूद भी एक्स्ट्रा पैसा नहीं देने पर मुस्लिम बुजुर्ग को लात-घूंसा से पीट पीटकर मार दिया गया. पश्चिम बंगाल...और संघी कह रहे है हिन्नु खतरे में है.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ट्रेन में बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के साथ मारपीट की ये घटना पश्चिम बंगाल की नहीं, बांग्लादेश की है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये कस्बा रेलवे स्टेशन नाम के एक फेसबुक पेज पर मिला. यहां इसे 30 मार्च 2025 को अपलोड किया गया था. बांग्ला भाषा में लिखे कैप्शन के मुताबिक, इस व्यक्ति से ट्रेन में मारपीट की गई और 200 टका की मांग की गई.
इस जानकारी के साथ सर्च करने पर हमें SomoyNews नाम के एक बांग्लादेशी मीडिया संस्था की 30 मार्च, 2025 की एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इस खबर की कवर फोटो में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट देखे जा सकते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना बांग्लादेश की है. वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग व्यक्ति का नाम फूल मियां है और वो बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया के कसबा उपजिला के रहने वाले हैं.

ढाका पोस्ट की खबर के मुताबिक, फूल मियां, चटगांव से ढाका जाने वाली महानगर एक्सप्रेस में बैठे थे. जब ट्रेन फेनी रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो ट्रेन के एक ऑपरेटर कौसर ने उनसे टिकट दिखाने को कहा. इसके बाद उन्होंने उनसे एक्स्ट्रा 200 टका मांगे. मना करने पर कौसर ने बुजुर्ग व्यक्ति के साथ मारपीट की.
Prothomalo की रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग व्यक्ति के साथ इस मारपीट के खिलाफ वहां के स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद आरोपी को निलंबित कर दिया गया था.
साफ है कि बांग्लादेश में बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के साथ मारपीट की घटना को भारत का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.